Sanchore Election Result: सांचौर से 2018 में बगावत के कारण हारी थी भाजपा, क्या इस बार भी बगावत के कारण कांग्रेस को मिल सकता है फायदा!
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Sanchore Election Result: सांचौर से 2018 में बगावत के कारण हारी थी भाजपा, क्या इस बार भी बगावत के कारण कांग्रेस को मिल सकता है फायदा!

Sanchore Election Result 2023: सांचौर से 2018 में बगावत के कारण हारी थी भाजपा, क्या इस बार भी बगावत के कारण कांग्रेस को मिल सकता है फायदा या फिर बागी मार जाएंगे बाजी

 

Sanchore Election Result: सांचौर से 2018 में बगावत के कारण हारी थी भाजपा, क्या इस बार भी बगावत के कारण कांग्रेस को मिल सकता है फायदा!

Sanchore Election Result 2023: विधानसभा चुनाव में 2018 की तरह सांचौर में बगावत के कारण भाजपा के वोटबैंक में बंटवारे के कयास लगाए जा रहे हैं क्योंकि 2018 का चुनाव भाजपा में बगावत के कारण वोटबैंक में बंटवारा हो गया और इस बार भी यही स्थिति नजर आ रही है भाजपा में बगावत के कारण वोटो का बंटवारा तय माना जा रहा है सांचौर से भाजपा के पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी और पूर्व प्रत्याशी दानाराम चौधरी टिकट के दावेदार थे लेकिन जैसे ही पार्टी ने सांसद देवजी पटेल को टिकट दिया जिसके बाद 2018 जैसी स्थिति बन गई दोनों एक हो गए और जीवाराम चौधरी और दानाराम चौधरी ने एक होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा है देवजी पटेल चौधरी पटेल समाज से है और जीवाराम दानाराम भी चौधरी समाज से आते हैं इसलिए समाज के साथ-साथ भाजपा के वोट में भी बंटवारे की स्थिति मानी जा रही है

2018 में बगावत के कारण हारी थी भाजपा

-विधानसभा चुनाव 2018 में भाजपा से जीवाराम चौधरी की टिकट काटकर दानाराम चौधरी को दे दी थी जिस कारण जीवाराम चौधरी ने बगावत कर ली इसलिए भाजपा को हार का सामना करना पड़ा भाजपा में वोट बंटवारा हो जाने के कारण कांग्रेस से उम्मीदवार सुखराम बिश्नोई यहां से दूसरी बार चुनाव जीते और मंत्री बने थे।
कांग्रेस से बागी हुए डॉ समशेर अली
भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस में भी वोट बंटवारे का डर सता रहा है कांग्रेस से मंत्री सुखराम बिश्नोई ने चुनाव लड़ा है वहीं कांग्रेस से पीसीसी सदस्य डॉक्टर शमशेर अली ने इस बार बागी होकर बसपा से चुनाव लड़ा इसलिए कांग्रेस के वोट बैंक में भी बंटवारे की बू रही है अब देखना होगा कि चतुर्कोणिय मुकाबले में कौन बाजी मारकर विधानसभा पहुंचता है

इस तरह हुई है वोटिंग

अगर चारों प्रत्याशियों के अपने अपने बूथों पर वोटिंग की बात करें तो भाजपा के प्रत्याशी देवजी पटेल के बूथ प्राथमिक विद्यालय जाजुसन में 91.65% वोटिंग हुई। भाजपा से बागी जीवाराम चौधरी के बूथ माध्यमिक विद्यालय अरणाय में 78.61% वोटिंग हुई वहीं कांग्रेस प्रत्याशी मंत्री सुखराम बिश्नोई के बोहरा जवताराम जीतमल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय केरिया में 72.18% वोटिंग हुई और कांग्रेस से बागी बसपा प्रत्याशी डॉ शमशेर अली के बूथ प्राथमिक विद्यालय कमलापुर में 89.18% वोटिंग हुई है।
अगर कुल वोटिंग की बात करें तो इस बार 80.85% मतदान हुआ। अगर पिछले पांच चुनावों पर नजर डालें तो
1998-71.28%

2003-79.35%
2008-76.75%

2013-82.92%
2018-81.39% मतदान हुआ है

चार चुनावों में भाजपा एक बार और कांग्रेस दो बार जीती

जीवाराम चौधरी 2003 में भाजपा और दूसरी बार 2008 में निर्दलीय विधायक रह बने उसके बाद 2013 में कांग्रेस से सुखराम बिश्नोई और 2018 में दूसरी बार सुखराम बिश्नोई कांग्रेस से जीते और मंत्री बने

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