Rajasthan: पिता पर हुई टिप्पणी से खफा हुए सचिन पायलट, प्रधानमंत्री मोदी को दिया तल्ख़ जवाब
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Rajasthan: पिता पर हुई टिप्पणी से खफा हुए सचिन पायलट, प्रधानमंत्री मोदी को दिया तल्ख़ जवाब

राजस्थान में विधानसभा चुनाव के रस्साकशी और शोरगुल का दौर अब अंतिम दिन पर आ पहुंचा है, लेकिन इससे ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजेश पायलट का नाम लेकर कांग्रेस को घेर लिया, इसके बाद अब सचिन पायलट ने इस पर करारा जवाब दिया है. पीएम मोदी ने दिया था ये बयान दरअसल प

Rajasthan: पिता पर हुई टिप्पणी से खफा हुए सचिन पायलट, प्रधानमंत्री मोदी को दिया तल्ख़ जवाब

Sachin Pilot on PM Modi: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के रस्साकशी और शोरगुल का दौर अब अंतिम दिन पर आ पहुंचा है, लेकिन इससे ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजेश पायलट का नाम लेकर कांग्रेस को घेर लिया, इसके बाद अब सचिन पायलट ने इस पर करारा जवाब दिया है.

पीएम मोदी ने दिया था ये बयान

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भीलवाड़ा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजेश पायलट एक बार कांग्रेस के इस परिवार की भलाई के लिए चुनौती दी थी, लेकिन यह ऐसा परिवार है कि राजेश को तो सजा दी ही साथ ही अब उनके बेटे सचिन को भी सजा दे रहे हैं.

सचिन पायलट ने दिया ये जवाब

इसके बाद सचिन पायलट ने इस बयान को तथ्य से परे और ध्यान भटकाने वाला बयान बताया. पायलट ने कहा कि मेरे दिवंगत पिता ने 1998 में शरद पवार के साथ मिलकर सीताराम केसरी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था और उस समय सोनिया गांधी सक्रिय राजनीति में नहीं थी. केसरी ने वह चुनाव जीता और बाद में पवार और मेरे पिता दोनों को कार्य समिति में नामित किया गया. एक स्वस्थ लोकतांत्रिक संगठन और राजनीतिक दल को इस तरह का काम करना चाहिए.

इतना ही नहीं बल्कि पायलट ने यह भी कहा कि जब तक मेरा सवाल है, मुझे बहुत कम उम्र में संसद सदस्य बनने का मौका दिया गया. मैंने कई सालों तक केंद्र और प्रदेश स्तर पर कई जिम्मेदारियां निभाई है. किसी को भी उनकी और उनके सियासी भविष्य की चिंता नहीं करनी चाहिए. पायलट ने कहा कि मुझे अपनी पार्टी और लोगों की चिंता है और मुझे यकीन है कि वह मेरे भविष्य का अच्छे से ख्याल रखेंगे.

साथ ही सचिन पायलट ने यह भी कहा कि उनके पिता इंदिरा गांधी से प्रेरणा लेकर कांग्रेस में शामिल हुए और लंबे वक्त तक जनता की सेवा की और जीवन भर सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे. पायलट ने आगे कहा कि दशकों से हमारे संबंध गांधी परिवार से है. पार्टी के साथ तो है ही और यह रिश्ता दिल का है. यह रिश्ता पुराना है और मुझे लगता है इसमें किसी को बहुत ज्यादा बयान देने की जरूरत नहीं है.

पायलट का आग्रह 

पायलट ने कहा कि मैं भाजपा नेताओं से आग्रह करूंगा कि वह विकास के एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करें और राजस्थान में सरकार में रहते हुए अपने प्रदर्शन और अपने रिपोर्ट कार्ड पेश करने पर बहस करें. भाजपा बैक फुट पर है क्योंकि भाजपा लगातार अलग-अलग प्रदेशों में चुनाव हार रही है और कांग्रेस की सरकार बन रही है. कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में सरकार बनाई है. अब पार्टी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है, जहां मतदान पूरा हो चुका है. साथ ही राजस्थान में भी कांग्रेस सरकार बनाएगी.

आपको बता दे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1997 में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद को लेकर हुए घमासान की ओर इशारा किया था जिसमें सीताराम केसरी के खिलाफ राजेश पायलट ने चुनाव लड़ा था.

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