Rajasthan Chunav Result Winner List: सरदारपुरा सीट से अशोक गहलोत जीते, चल गया 'जादू'
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Rajasthan Chunav Result Winner List: सरदारपुरा सीट से अशोक गहलोत जीते, चल गया 'जादू'

Rajasthan Chunav Result 2023 Winner list : सरदारपुरा विधानसभा सीट राजस्थान की सबसे हॉट सीट में से एक है. यहां से सीएम अशोक गहलोत ने जीत दर्ज की है. 

 Rajasthan Chunav Result Winner List: सरदारपुरा सीट से अशोक गहलोत जीते, चल गया 'जादू'

Rajasthan Chunav Result 2023 Winner List:  सरदारपुरा विधानसभा सीट राजस्थान की सबसे हॉट सीट में से एक है. यहां साल 2018 में कांग्रेस के अशोक गहलोत ने जीत दर्ज की थी, 2023 के विधानसभा चुनाव में यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के अशोक गहलोत बनाम भाजपा के महेंद्र सिंह राठौड़ के बीच है. 2023 में इस सीट पर 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कि साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव से -0.54 फीसदी घटा है, पिछले चुनाव में यहां 66.22 प्रतिशत मतदान हुआ था. सरदारपुरा विधानसभा सीट राजस्थान की सबसे हॉट सीट में से एक है. यहां से सीएम अशोक गहलोत ने जीत दर्ज की है. 

विधानसभा चुनाव 2018

2018 का विधानसभा चुनाव एक बार फिर कांग्रेस के अशोक गहलोत बनाम बीजेपी के शंभू सिंह खेतासर का था. इस चुनाव में बीजेपी के शंभू सिंह खेतासर को 51,484 मतदाताओं का समर्थन प्राप्त हुआ तो वहीं अशोक गहलोत ने 97,081 वोटों के साथ जीत हासिल की और एक बार फिर राजस्थान के मुख्यमंत्री के पद पर काबिज हुए.

सरदारपुरा सीट का जातीय समीकरण

सरदारपुरा सीट माली बाहुल्य सीट मानी जाती है. इस सीट से अब तक सबसे ज्यादा बार माली उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. हालांकि इस सीट पर अल्पसंख्यक, जाट, राजपूत, महाजन और ओबीसी मतदाताओं की भी बड़ी संख्या है. लेकिन इसके बावजूद पिछले 25 सालों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही यहां से चुनते आ रहे हैं.

अशोक गहलोत का पहला विधानसभा चुनाव

साल 1998 में अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे. इस चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत हासिल हुई और अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री चुना गया. लेकिन गहलोत ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था, लिहाजा ऐसे में सरदारपुरा सीट से विधायक मानसिंह देवड़ा ने अपनी सीट खाली कर अशोक गहलोत को दी. 1999 के उपचुनाव में अशोक गहलोत ने पहली बार सरदारपुरा सीट से विधायकी की ताल ठोकी और उन्होंने 49,280 वोटो से अपने प्रतिद्वंदी मेघराज लोहिया को शिकस्त दी. 

अशोक गहलोत का दूसरा विधानसभा चुनाव

1999 के उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद 2003 के विधानसभा चुनाव में गहलोत ने फिर इसी सीट से ताल ठोकी. इस बार भाजपा ने अपना प्रत्याशी बदलते हुए अर्थशास्त्री महेंद्र कुमार झाबक को चुनावी मैदान में उतारा. लेकिन अशोक गहलोत की जादूगरी के आगे भाजपा का दांव फेल हुआ और गहलोत 18,991 मतों के अंतर से एक बार फिर विधानसभा पहुंचे.

अशोक गहलोत का तीसरा विधानसभा चुनाव

2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अशोक गहलोत के सामने इस बार रणनीति बदलते हुए माली समाज से ही आने वाले पूर्व विधायक और मंत्री रहे राजेंद्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया. लेकिन राजेंद्र गहलोत भी अशोक गहलोत के सामने टिक ना सके और 15,340 मतों के अंतर से चुनाव हार गए.

 

अशोक गहलोत का चौथा विधानसभा चुनाव

2008 के विधानसभा चुनाव में हैट्रिक लगा चुके अशोक गहलोत चौथी बार सरदारपुरा सीट से चुनावी मैदान में थे और दो बार मुख्यमंत्री बनने का तमगा भी उनके नाम था. इस चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर अपनी रणनीति बदली और अबकी बार राजपूत प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा, बीजेपी की ओर से शंभू सिंह खेतासर चुनावी ताल ठोकने उतरे. हालांकि खेतासर को हार का सामना करना पड़ा और चौथी बार अशोक गहलोत सरदारपुरा से विधायक बने.

अशोक गहलोत का पांचवा विधानसभा चुनाव

अशोक गहलोत पांचवीं बार सरदारपुरा से ही चुनावी मैदान में उतरे. तो वहीं भाजपा ने अपनी रणनीति एक बार फिर रिपीट की और शंभू सिंह खेतासर को ही टिकट दिया. लेकिन अशोक गहलोत के जादू के आगे शंभू सिंह कहां टिकने वाले थे. इस चुनाव में अशोक गहलोत के पक्ष में 63% जनता का समर्थन मिला और 45,000 मतों से भी ज्यादा के अंतर से जीत हासिल की.

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