Lok Sabha Elections 2024: संजना जाटव को रामस्वरूप कोली से कड़ी टक्कर मिल सकती है. जानिए भरतपुर सीट के चुनावी समीकरण क्या कहते हैं?
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Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियां कमर कस के तैयारियों में जुटी हुई है. भरतपुर सीट की बात करें तो इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है.
बीजेपी ने भरतपुर सीट पर रामस्वरूप कोली को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने इस बार लोकसभा चुनाव मे संजना जाटव पर दांव खेला है. भरतपुर (एससी)सीट रिजर्व सीट है. वर्तमान में इस सीट से सांसद बीजेपी से रंजीता कोली हैं. हालांकि इस बार बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया है.
कौन हैं रामस्वरूप कोली
पहले भी रामस्वरूप कोली लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. 2004 में धौलपुर-बयाना लोकसभा सीट से उन्हें बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया था. 2004 में उनकी जीत हुई थी. हालांकि इसके बाद उन्हें 2024 में बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है.
इससे पहले रामस्वरूप कोली 2018 में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं. इस दौरान रामस्वरूप कोली की हार हुई थी. RSS से लंबे समय से रामस्वरूप कोली जुड़े हैं. 1990 में भुसावर नगर पालिका से रामस्वरूप कोली ने पार्षद का चुनाव लड़ा था. इसके बाद वह लगातार तीन बार पार्षद रहे.
कौन हैं संजना जाटव
वहीं अगर कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव की बात करें तो वह अलवर जिला परिषद की सदस्य हैं.संजना जाटव प्रियंका गांधी की करीबी मानी जाती है. इससे पहले 2023 के विधानसभा चुनाव में 25 साल की संजना जाटव को कठूमर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया था,लेकिन उनकी हार हुई.
4 बार से विधायक रहे बाबूलाल बैरवा का टिकट काटकर संजना जाटव को विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारा गया था. संजना जाटव अब लोकसभा चुनाव में भरतपुर सीट से उम्मीदवार हैं.
भरतपुर सीट के चुनावी समीकरण
भरतपुर सीट की बात करें तो इस सीट पर 2014 और 2019 में बीजेपी ने जीत हासिल की. कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस ने 2009 में रतन सिंह जाटव को टिकट दिया था जिनकी जीत हुई थी.
भरतपुर सीट पर वोर्टर्स
पुरुष मतदाता करीब 1041375
महिला मतदाता करीब 902408
भरतपुर सीट पर किसका पलड़ा भारी
भरतपुर सीट की बात करें इस सीट पर बीजेपी का पलड़ा ज्यादा भारी नजर आ रहा है क्योंकि रामस्वरूप कोली पहले भी भरतपुर संभाग की एक सीट से सांसद रह चुके हैं, ऐसे में उनका राजनैतिक अनुभव भी ज्यादा है. वहीं संजना जाटव की बात करें तो उनको विधानसभा में हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में उनको बीजेपी से कड़ी चुनौती मिल सकती है.