सरकार द्वारा आपातकाल स्थिति में आमजन को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य विगत 10 वर्षों पूर्व शुरू की गई और 108 सेवा में लगी गाड़ियों की स्थिति दयनीय हो चुकी है.
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Mandal: सरकार द्वारा आपातकाल स्थिति में आमजन को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य विगत 10 वर्षों पूर्व शुरू की गई. 108 सेवा में लगी गाड़ियों की स्थिति दयनीय हो चुकी है. हालात ये हो चुके हैं कि किसी मरीज को आपातस्थिति में अस्पताल पहुंचाने के लिए जाते समय बीच राह में खुद 108 एंबुलेंस खराब हो जाती है.
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कई बार ऐसी स्थितियों का सामना मरीजों को करना पड़ा है जो कि इस सेवा के लिए बहुत सोचनीय विषय है. मांडल में लगी 108 एंबुलेंस विगत 10 वर्षों में 4 लाख 25 हजार किमी चल चुकी है. जानकारों के अनुसार इतने समय में कोई भी वाहन कंडम स्थिति में पहुंच जाता है पर गंभीर विषय यह है कि आपातकाल जैसी सेवा के लिए ऐसे कंडम वाहन को रखा ही क्यों गया है.
एंबुलेंस की बदहाली की वजह से क्षेत्र के लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई बार गंभीर स्थिति में 108 एंबुलेंस फोन करने के बावजूद समय पर नहीं पहुंच पाती, जिसके कारण मरीजों को कई मुसीबतों से जूझना पड़ता है. इन्हीं परेशानियों से जूझ रहे ग्रामीणों ने इस बात से खफा ग्रामीणों ने भी विधायक जाट से नाराजगी जताई.
साथ ही 108 कर्मियों ने सोमवार को अग्निपथ आंदोलन के प्रदर्शन के दौरान कार्यक्रम में शरीक हुए मंत्री राम लाल जाट को ज्ञापन सौंपा और हालातों से रूबरू कराया. साथ ही क्षैत्रभर में सभी 108 केंद्रों पर लगी 108 एंबुलेंस वाहनों की वास्तविक स्थिति का पता लगाकर उन्हें बदलने की मांग की. इस दौरान एंबुलेंस कर्मचारी प्रभु प्रजापत, हनीफ मोहम्मद, शोभित शर्मा, गिरिराज पायक राहुल सारस्वत आदि उपस्थित थे.
Reporter: Mohammad Khan