सिचाईं के पानी की मांग को लेकर खाजूवाला उपखण्ड कार्यालय पर दसवें दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा. हाड़ कंपा देने वाले इस सर्दी में भी किसान रात्रि में भी टैंट के नीचे रहने को मजबूर हैं. मंगलवार को किसान करेंगे चक्काजाम, IGNP नहर में सिचाईं पानी देने की है मुख्य मांग. किसान-मजदूर और व्यापारी संघर्ष समिति के बैनर तले ये आंदोलन जारी है. चक्काजाम की चेतावनी पर प्रशासन ने शुरू की तैयारियां.
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Bikaner: सिंचाई के लिए पानी की मांग को लेकर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना खाजूवाला उपखण्ड कार्यालय के बाहर लगातार दसवें दिन भी जारी है. किसानों की मांग है कि आगामी फरवरी और मार्च महीने में सिंचाई के पानी का रेगुलेशन तय कर किसानों के खेतों में खड़ी सरसों, गेहूं-चने की फसल को पकाया जाए. अनिश्चितकालीन धरने में किसान रात्रि में ही डटे रहते हैं. कड़कड़ाती ठंड में हाड़ कंपा देने वाले इस सर्दी में भी किसान रात्रि में भी टैंट के नीचे रहने को मजबूर हैं. अब 18 जनवरी को किसान उपखण्ड कार्यालय पर महापड़ाव डालेंगे और चक्काजाम करेंगे.
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इससे पहले रविवार को धरना स्थल से किसानों के एक शिष्टमंडल को प्रशासन ने मौके पर बुलाकर वार्ता भी की. किसानों ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि जब तक सिंचाई पानी मिलने की घोषणा नहीं की जाएगी तब तक धरना नहीं हटाएंगे. किसानों का कहना है कि इस आंदोलन को अब और उग्र किया जाएगा. प्रशासनिक अधिकारियों ने भी उच्च अधिकारियों से वार्ता कर मामले को सुलझाने के प्रयास तेज कर दिए हैं. हालांकि सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारी दबी जुबान में यह बात स्वीकार भी कर रहे हैं कि किसानों के खेतों में खड़ी फसल को पकाया जाएगा. हालांकि रेगुलेशन की बात पर सिंचाई विभाग अभी भी मौन है. जनवरी महीने के अंतिम सप्ताह में होने वाली बीबीएमबी बैठक पर सिंचाई विभाग राजस्थान के हिस्से का शेयर बढ़ाकर फरवरी महीने में किसानों को पानी देने पर विचार विमर्श कर रहा है. इधर किसान आंदोलन को और अधिक उग्र कर यह जताने का प्रयास कर रहे हैं कि किसानों के दबाव में ही सिंचाई पानी मिल पाएगा.
प्रशासन सतर्क
किसानों के द्वारा सिंचाई के पानी की मांग को लेकर आज दसवें दिन भी उपखंड कार्यालय पर धरना जारी है. 18 जनवरी को किसान चक्का जाम करेंगे. इसको लेकर अब प्रशासन सतर्क हो गया है. वह अपनी तैयारियों में लगा हुआ है. इसी मांग को लेकर किसान दो बार पहले भी खाजूवाला उपखण्ड कार्यालय का घेराव कर चुके हैं. तब भी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. इसके साथ ही उपखंड अधिकारी प्रभजोत सिंह गिल ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि आप शांतिपूर्वक तरीके से आंदोलन करें यदि अशांति हुई तो प्रशासन को मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ेगी.
ये रहे मौजूद
इस मौके पर सीसीबी चेयरमैन भागीरथ ज्याणी, जिलाध्यक्ष थानसिंह भाटी, रणवीर भाम्भू, कुलविंद्र अरोड़ा, जगविंदर सिंह, हरिओम ओड, करणाराम पुनिया, पवन भादू, राधेश्याम गोदारा, रामसिंह राजपुरोहित, मोहनलाल गजरा, जगदीश सिहाग, विनोद बिस्सू सहित दर्जनों किसान उपस्थित रहे.
Report: Raunak Vyas