बीकानेर: तीन माह बाद दोबारा होगी इतनी बेटियों के हीमोग्लोबिन की जांच, कलेक्टर ने कही ये बड़ी बात
कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में मंगलवार को राष्ट्रीय पोषाहार सहायता कार्यक्रम और समसा की बैठक आयोजित हुई.
Bikaner: जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में मंगलवार को राष्ट्रीय पोषाहार सहायता कार्यक्रम और समसा की बैठक आयोजित हुई. इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि जुलाई माह में सघन अभियान के दौरान 2 लाख 52 हजार बेटियों का हिमोग्लोबीन जांच किया गया था. इस दौरान लगभग 1 लाख 3 हजार बेटियां एनिमिक पाई गई.
यह भी पढे़ं- Diwali 2022: राजस्थान में इस बार दिवाली पर आ सकता है बिजली संकट, जानिए क्या है वजह ?
इन बेटियों को नियमित रूप से आयरन की गोलियां देने और आवश्यक मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी प्रत्येक स्कूल की है. तीन महीनों बाद इन सभी बेटियों के हीमोग्लोबीन की जांच के लिए सघन अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि बीकानेर को एनिमिया मुक्त बनाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है. इसमें यह अभियान महत्वपूर्ण भागीदारी निभाएगा.
जिला कलेक्टर ने मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत बच्चों की संख्या के अनुरूप दूध पाउडर प्रत्येक स्कूल में उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि जिले के जिन स्कूलों की डिमांड राशि जमा करवा दी गई है, उनमें प्राथमिकता से विद्युत कनेक्शन करवाए जाएं. जिन स्कूलों ने अब तक डिमांड राशि जमा नहीं करवाई है, वे जल्दी यह राशि जमा करवाएं. उन्होंने गत माह 29 स्कूलों में कनेक्षन किए जाने को अपर्याप्त बताया और इसमें गति लाने के निर्देश दिए.
जिला कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में आई एम शक्ति कॉर्नर और वॉल बनाए जाएं. खेल मैदान विहीन स्कूलों के लिए भूमि आवंटन के प्रस्ताव संबंधित उपखंड अधिकारी को भिजवाए जाएं. उन्होंने कहा कि जिले की रैंकिंग में सुधार के प्रयास हों, इसके लिए प्रत्येक बिंदु पर गौर किया जाए. इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी (माशि) सुरेन्द्र सिंह भाटी, समसा के एडीपीसी गजानंद सेवग, सहायक निदेशक (माशि) ओमप्रकाश, गोदारा सहित ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी मौजूद रहें.
Reporter: Raunak Vyas
यह भी पढ़ेंः
कश्मीर की कली महरीन ने सजाई शौहर IAS अतहर आमिर के नाम की मेहंदी, जताया प्यार