Budget 2023 : बाजरे पर मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, अब राजस्थान के किसान होंगे मालामाल
Advertisement

Budget 2023 : बाजरे पर मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, अब राजस्थान के किसान होंगे मालामाल

Union budget 2023 on farmers : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट में बाजरे और गोबर पर कई ऐलान किए है. बाजरे को दुनिया में पहचान दिलाने का काम मोदी सरकार करेगी. इससे राजस्थान के किसानों को बाजरा की कीमत मिलेगी. और पशुओं के खाद से भी होगी कमाई. पढ़िए

Budget 2023 : बाजरे पर मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, अब राजस्थान के किसान होंगे मालामाल

Budget 2023 in hindi : केंद्र सरकार ने 1 फरवरी को अपना बजट पेश किया. मोदी सरकार में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए मोटे अनाज को लेकर जो ऐलान किया है. उससे राजस्थान के किसानों में बेहद उत्साह है. केंद्र सरकार ने मोटे अनाज को श्रीअन्न नाम दिया. श्रीअन्न का मतलब जिस अनाज का भगवान को भोग दिया जाता है. ऐसे में ये राजस्थान के किसानों की कायापलट करने वाला फैसला हो सकता है. राजस्थान बाजरा उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है. प्रदेश के साढ़े 5 करोड़ लोग सीधे तौर पर खेती से जुड़े है.

मोदी सरकार ने बाजरे और गोबर को लेकर बड़े ऐलान किए है. भारत को मोटे अनाज का वैश्विक हब बनाया जाएगा. तो ऑर्गेनिक खाद के लिए देश में दस हजार गोबर इनपुट सेंटर खोलने की घोषणा की.

बजट में क्या घोषणा हुई

बजट में मोटे अनाज को श्रीअन्न का नाम दिया गया. साथ ही भारत को मोटे अनाज के मामले में वैश्विक हब बनाने की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश में बाजरे के लिए एक रिसर्च सेंटर खोला जाएगा. इसके अलावा इसके लिए खाद की खरीद करने पर किसानों को 50 प्रतिशत रियायत दी जाएगी. मोटे अनाज को पैदा करने के लिए ऑर्गेनिक खाद को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके लिए देश में 10 हजार ऑर्गेनिक खाद सेंटर खोले जाएंगे. गोबर सेंटर खोलने का काम गोबर धन स्कीम के तहत किया जाएगा.

मोदी सरकार ने ये भी ऐलान किया है कि किसानों के लिए 20 लाख करोड़ का कृषि कर्ज कोष बनाया जाएगा ताकि ऋण लेने में मुश्किल न हो. केंद्र सरकार कृषि वर्धक निधि के जरिए बैंकों को मदद देगी. 

केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय के आंकड़ों की माने तो राजस्थान बाजरा उत्पादन में पहले स्थान पर है. 4,685 टन उत्पादन होता है. ऐसे में मोदी सरकार की इस घोषणा से राजस्थान के किसानों को सबसे ज्यादा फायदा होगा. एक तरफ जहां पुशपालन के जरिए खाद को भी कमाई का जरिया बनाया जाएगा तो वहीं बाजरा भी दुनिया के बाजार तक पहुंचेगा. जिससे पश्चिमी राजस्थान जिसमें जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, पाली, नागौर और बीकानेर जिले शामिल है. यहां के किसानों की कमाई भी बढ़ेगी.

Trending news