चित्तौड़गढ़ के एक ऐसे शख्स, जो 5000 से ज्यादा लावारिस लाशों का कर चुके हैं अंतिम संस्कार
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चित्तौड़गढ़ के एक ऐसे शख्स, जो 5000 से ज्यादा लावारिस लाशों का कर चुके हैं अंतिम संस्कार

जहां कई लोग लाशों से दूर रहते हैं, वहीं चित्तौड़गढ़ में एक ऐसा शख्स है जो शहर की लावारिस लाशों का विधि विधान से अंतिम संस्कार कर उनकी अस्थियों को हरिद्वार ले जाने का काम करता है.

चित्तौड़गढ़ के एक ऐसे शख्स, जो 5000 से ज्यादा लावारिस लाशों का कर चुके हैं अंतिम संस्कार

Chittorgarh: जहां कई लोग लाशों से दूर रहते हैं, वहीं चित्तौड़गढ़ में एक ऐसा शख्स है जो शहर की लावारिस लाशों का विधि विधान से अंतिम संस्कार कर उनकी अस्थियों को हरिद्वार ले जाने का काम करता है. 

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जी हां चित्तौड़गढ़ शहर में रहने वाले गोपाल वेद लावारिश लाशों का अंतिम संस्कार करते हैं, वब शिवसेना के जिला प्रमुख है. वर्ष 2006 से गोपाल वेद लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने में लगे हुए हैं. गोपाल वेद ने एक बार देखा लावारिस लाशों को नगर परिषद द्वारा टायर और रबड़ से अंतिम संस्कार किया जा रहा था, उसके बाद प्रण लिया की लावारिस लाशों का वह अंतिम संस्कार करेंगे.

वर्ष 2006 से शिवसेना प्रमुख गोपाल वेद लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं और अंतिम संस्कार करने के बाद उन अस्थियों को इकट्ठा कर हरिद्वार ले जाकर विधि विधान से पूजा कर विसर्जन करते हैं. गोपाल वेद कई सालों तक इस काम में आने वाला खर्चा अपनी जेब से वाहन करते रहे, उसके पश्चात गोपाल वेद को जन सहयोग मिलने लगा. गोपाल वेद अंतिम बार 175 अस्थियों को हरिद्वार ले जाकर विधि विधान से पूजा अर्चना कर विसर्जन किया.

5000 से अधिक लाशों का कर चुके हैं अंतिम संस्कार
शिवसेना प्रमुख गोपाल वेद अभी तक 5000 से अधिक लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं. गोपाल वेद को जी मीडिया भी सलाम करता है कि अधजली अध कटी लाशों के पास लोग बाग आने में हिचकते हैं, यहीं नहीं गोपाल वेद अपने खुद के खर्च पर श्मशान में ले जाकर अंतिम संस्कार कर उनकी अस्थियों को इकट्ठा कर विधि विधान से पूजा कर हरिद्वार ले जाकर मोक्ष दिलवाते हैं.

Reporter- Deepak Vyas

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