चित्तौड़गढ़: जिला प्रभारी और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास चित्तौड़गढ़ के दौरे पर रहे. बाद में यहां पत्रकारों से भी रूबरू हुए. इस दौरान सचिन पायलट द्वारा राजनीतिक नियुक्तियों में कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता के मसले पर खाचरियावास पायलट के सुर में सुर मिलाते आए.


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 उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता ही चुनाव में पार्टी की जीत का आधार स्तंभ होता है, ऐसे में उसे राजनीतिक नियुक्तियों में प्राथमिकता मिलनी चाहिए, ना कि अफसरों को. यह उनका सकारात्मक बयान है और इसका सम्मान होना चाहिए. पायलट द्वारा पेपर लीक प्रकरण में जादूगरी संबंधी सवाल पर गहलोत के खास मंत्री ने कहा कि पेपर लीक हो या फिर भ्रष्टाचार का मामला. सबसे ज्यादा राजस्थान में कार्रवाई हो रही है. चाहे एसपी हो या कलेक्टर या फिर अन्य अधिकारी. सब एंटी करप्शन की जकड़ में आ रहे हैं.


 नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में भी भ्रष्टाचार संबंधी मामलों में कार्रवाई में प्रदेश को पहला स्थान मिला है. यह सब सरकार की मंशा पर निर्भर होता है. आज स्थिति यह है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में तो यह मामले उजागर ही नहीं हो पा रहे जबकि हमारे यहां किसी को भी नहीं छोड़ा जा रहा है. इस मौके पर खाचरियावास ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि 2014 से 2022 तक 85 लाख का कर्जा लिया गया है. जबकि कांग्रेस के शासन काल में 55 लाख करोड़ का कर्ज था. 


उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर यह पैसा गया तो गया कहां? उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को सफल यात्रा बताते हुए कहा कि उसी का नतीजा है कि जीएसटी लागू होने के बाद केंद्र सरकार को पहली बार किराएदार पर लागू जीएसटी को वापस लेना पड़ा. देश को महंगाई से मुक्ति कांग्रेसी ही दिला सकती है. प्रभारी मंत्री ने राजस्थान के 25 सांसदों के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा, संसद में जनता की पैरवी की बजाए कोई थप्पड़ मारते हुए नजर आ रहा है, तो कोई डायलॉगबाजी में व्यस्त है.


 पेपर लीक प्रकरण पर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्राइवेट मेडिकल यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज और कोचिंग सेंटर की मनमानी पर लगाम कसने के लिए आगामी विधानसभा सत्र में नया विधेयक लाया जा रहा है. बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा.


यह सब इसलिए किया जा रहा है क्योंकि हमारे दिल में बच्चों को लेकर दर्द है. सरकार के कामकाज और विभिन्न योजनाओं को लेकर उन्होंने दावा किया कि 2023 में हम फिर से सरकार लेकर आएंगे. चित्तौड़गढ़ जिले में पार्टी जिलाध्यक्ष और यूआईटी चेयरमैन पर अब तक नियुक्ति नहीं होने पर कहा कि वे इस संबंध में मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष तक कार्यकर्ताओं की आवाज पहुंचाने का प्रयास करेंगे. अधिकारियों की बैठक के बाद प्रभारी मंत्री फिर से जयपुर रवाना हो गए.


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