Baseri: धौलपुर जिले के बसेड़ी विधानसभा में सरमथुरा उपखंड के झिरी इलाके में बीते सप्ताह कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने से उपखंड क्षेत्र के एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए थे, जिसके बाद जलस्तर घटने पर अब वापस जीवन सामान्य होने लगा है. 


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लोग घरों पर लौट कर साफ-सफाई करने में जुट गए है. बाढ़ से इन गांवों में लोगों को नुकसान हुआ है. जानकारी के अनुसार चंबल के पानी से आई बाढ़ ने तीन दशकों का पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया था. कई गांवों में तो पूरे घर ही पानी में डूब गए थे. 


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हालांकि प्रशासन ने समय रहते परिवारों को निकाल लिया था, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई. अब चंबल का पानी उतरने के बाद पलायन करने वाले परिवार वापस घर लौटने लगे है, यहां घरों में रखा सारा सामान पानी भरने से खराब हो चुका है. घरों में बाढ़ के साथ मिट्टी भर चुकी थी, जिसे लोग निकालने में लगे हुए है. खान-पान का सामान खराब हो चुका है. वहीं कई घरों में तो पानी के जीव भी मिले, जिससे लोगों को इन्हें निकालने में पसीने छूट गए.


सरपंच प्रतिनिधि का किया स्वागत
झिरी सहित आस-पास के ग्रामीणों ने झिरी सरपंच प्रतिनिधि संजू सिंह जादौन की कार्यप्रणाली को लेकर ग्रामीणों ने उनका अभिनंदन किया. गौरतलब है कि चंबल में आई बाढ़ के कारण प्रभावित लोगों की प्रशासन से मिलकर सरपंच प्रतिनिधि ने पूर्ण सहयोग किया. साथ ही लोगों की सहायता की संजू जादौन के द्वारा उस वक्त खाने पीने संबंधी कोई समस्या सामने नहीं आने दी, ग्रामीणों के साथ इस मुसीबत की घड़ी में खड़े रहे है.


Reporter: Bhanu Sharma


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