धौलपुर : कांग्रेस का वो विधायक जिसका मोदी लहर में भी बीजेपी बाल बांका नहीं कर पाई
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धौलपुर : कांग्रेस का वो विधायक जिसका मोदी लहर में भी बीजेपी बाल बांका नहीं कर पाई

राजस्थान में धौलपुर के बाड़ी से विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा अक्सर चर्चा में रहते है. Giriraj Singh Malinga प्रदेश में Congress के विधायक है. वो उन 21 विधायकों में से है जो Rajasthan के 2013 विधानसभा चुनावों में मोदी लहर के बावजूद जीतने में कामयाब रहे थे. जानिए क्या है उनका सियासी सफर 

धौलपुर : कांग्रेस का वो विधायक जिसका मोदी लहर में भी बीजेपी बाल बांका नहीं कर पाई

Dholpur : राजस्थान सरकार में चर्चित विधायकों में धौलपुर के बाड़ी से विधायक गिर्राज सिंह मलिंग हाल ही में बिजली कर्मचारियों के साथ मारपीट कर उनकी हड्डियां तोड़ने के बाद चर्चा में आए है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दखल दिया तो सरेंडर किया. लेकिन जैसे ही जमानत मिली तो जुलूस निकालकर अपने विरोधियों को फिर से ललकार दिया. 

गिर्राज मलिंगा का सियासी सफर 

धौलपुर जिले की बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा लगातार 2008 से विधायक है. पहली बार बाड़ी विधानसभा क्षेत्र से 2008 में गिर्राज सिंह मलिंगा ने बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ा था. नये परिसीमन व जातिगत आंकड़ों की बदौलत मलिंगा ने 2930 वोटो से करीबी जीत दर्ज की. जीतने के बाद 2008 में गहलोत सरकार बनाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 6 बसपा में से एक थे. सारे विधायकों ने कांग्रेस ज्वाइन की तो गिर्राज सिंह मलिंगा को संसदीय सचिव का पद मिला.

संसदीय सचिव के पद मिलने के से ही गिर्राज मलिंगा इलाके में सक्रिय होने लगे. कई मामलों में उनकी दबंग छवि भी सामने आई. जिससे विरोधी उन पर बाहुबली का आरोप लगाने लगे. तो समर्थक उन्हैं जनप्रिय कहने लगे. ये छवि 2013 के विधानसभा चुनाव में काम आई. जब मोदी लहर में पूरे राजस्थान में कांग्रेस पिट गई. कांग्रेस 200 में से सिर्फ 21 सीटें जीतने में कायमाब रही. तब भी गिर्राज मलिंगा बाड़ी विधानसभा सीट से 2801 वोटों से लगातार दूसरी बार जीतने में कामयाब रहे. 

साल 2013 में राज्य में भाजपा की सरकार वसुंधरा राजे के नेतृत्व में बनी. लेकिन फिर भी मलिंगा ने मंझे हुए राजनीतिज्ञ की तरह काम किया. और जनता के बीच अपना विश्वास बनाए रखने में कामयाब रहे. पंचायत, नगरपालिका आदि के चुनावों में मलिंगा कांग्रेस को जीत दिलाने में कामयाब रहे. जिसके बाद 2018 में लगातार तीसरी बार बाड़ी विधानसभा से मैदान में उतरे

2018 विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत दर्ज की 

साल 2008 और 2013 का चुनाव 3 हजार के करीब वोटों से जीतने वाले गिर्राज मलिंगा ने 2018 में कांग्रेस की टिकट पर 19,683 वोटों से जीत हासिल की. लगातार तीसरी जीत मिलने के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ गया. परिणाम ये हुआ कि वो अपने विरोधियों को खुलेआम ललकार रहे है. सियासी मामलों से लेकर निजी मामलों में चुनौती दे रहे है. तीन बार लगातार जीतने की वजह से उनकी कार्यशैली में दबंगता आ गई. जिसका परिणाम हाल ही में बाड़ी में बिजली कर्मचारियों के साथ मारपीट के रूप में सामने आया. 

गिर्राज मलिंगा का विवादों से भी लंबा नाता रहा है. विवादास्पद बयानों के साथ मार्कशीट, मारपीट, डकैतों और बदमाशों की धमकियां से जुड़े विवादों की वजह से वो हमेशा चर्चा में रहते है. हाल ही में विद्युत डिस्कॉम के एईएन, जेईएन के साथा मारपीट का आरोप लगे जिसके बाद मुख्यमंत्री को मामले में दखल देना पड़ा जिसकी वजह से उन्हौने जयपुर कमिश्नर के सामने सरेंडर किया. 

रिपोर्ट- भानु शर्मा

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