Rajasthan News: आज हम आपको राजस्थान की उस नदी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके पानी को छूने से ही जीवन में दुख आने लगते हैं, इस नदी का नाम चम्बल है. इस नदी को श्रापित कहते हैं. जानें इसकी अनोखी कहानी.
भारत में कई सारी नदियां बहती है, जिनके पानी को काफी पवित्र माना जाता है लेकिन देश में एक नदी ऐसी भी है जो श्रापित है.
यमुना, कृष्ण, गोदावरी, नर्मदा जैसी नदियों को पवित्र कहा जाता है, जिनमें नहाने से पुण्य मिलता है लेकिन चंबल नदी ऐसी नहीं है. चम्बल नदी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के चौरासी, धौलपुर सवाईमाधोपुर और मध्य प्रदेश से होकर बहती है.
चंबल नदी को श्रापित कहा जाता है. यह नदी मध्य भारत में यमुना नदी की सहायक है. इस नदी का पुराना नाम चर्मण्वती था. कहते हैं कि इस नदी के पानी को छूने से जीवन में दुख आने लगते हैं.
इसी के चलते चंबल नदी में नहाने की मनाही की जाती है. कहानियों के अनुसार, यहां के राजा रतिदेव ने इस नदी नें सैकड़ों जानवरों की बलि दे दी थी.
जानवरों की बलि देने से उनका खून नदी में मिल गया और चंबल नदी का पूरा पानी लाल हो गया. इसके बाद से ही इस नदी को श्रापित कहा जाने लगा. कहा जाता है कि इस नदी में नहाने से जीवन में दुख आने लगते हैं.
डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.
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