Aspur: डूंगरपुर जिले की आसपुर थाना पुलिस द्वारा साढ़े तीन साल पुराने एससी-एसटी एक्ट के प्रकरण में 3 व्यापारियों की गिरफ्तारी का आसपुर व्यापार संघ ने विरोध किया है. विरोध के चलते आसपुर व्यापार संघ ने आज बंद का आव्हान किया है. वहीं, समर्थन में व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखते हुए पुलिस की कार्रवाई का विरोध जताया है. इधर, बंद के तहत गोल चौराहे पर व्यापारी एकत्रित हो रहे हैं. व्यापारियों ने राजनीतिक इशारे पर गिरफ्तारी का आरोप लगाया है. 


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मामले के अनुसार, वर्ष 2018 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में संशोधन किया गया था. सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए इस संशोधन का दलितों और आदिवासी संगठनों ने विरोध किया. उसी के तहत संशोधन को वापस लेने की मांग को लेकर 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद का आव्हान किया गया था.  भारत बंद के आव्हान के तहत डूंगरपुर जिले का आसपुर कस्बा भी बंद था. 


आसपुर कस्बे में बंद के दौरान एससी-एसटी लोगो के द्वारा निकाली गई रैली में एससी-एसटी और सामान्य लोगों में झगड़ा और मारपीट हो गई थी. इस दौरान पथराव और आगजनी की घटना भी हुई थी. उक्त घटना के बाद दोनों पक्षो की ओर से आसपुर थाने में मामले दर्ज करवाए गए थे. 


उन्हीं में से एक एससी-एसटी प्रकरण में आसपुर थाना पुलिस ने कल रात को आसपुर निवासी एक होटल व्यवसाई पंकज मेहता, रितेश मेहता ओर एक ट्रेवल व्यापारी कल्याण सिंह को साढ़े 3 सांल बाद गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा व्यापारियों की हुई गिरफ्तारी का आसपुर व्यापार संघ ने विरोध जताया है. 


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उसी विरोध के तहत आसपुर व्यापार संघ ने आज बंद का आव्हान किया है. संघ के समर्थन में सभी व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे है. इधर, बंद के तहत सभी व्यापारी गोल चौराहे पर एकत्रित हो रहे हैं, जहां वे राजनीतिक इशारे पर पुलिस की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन कर एसडीएम को सीएम के नाम ज्ञापन देंगे. 


Reporter- Akhilesh Sharma


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