दीपक गोयल, जयपुर: राजस्थान के मंत्रिमंडल के सोमवार को हुए विस्तार के बाद अशोक गहलोत के कैबिनेट सहयोगियों में से सबसे अमीर आंजना को बताया जा रहा है. वहीं, सबसे ज्यादा पढ़े लिखे कैबिनेक मंत्री बीडी कल्ला हैं. वहीं 34 साल की अशोक चांदना सबसे युवा और 75 साल के धारीवाल उम्रदराज मंत्री बताए जा रहे हैं.
राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार के बाद राजभवन में 23 विधायकों को राजभवन में कल्याण सिंह ने मंत्री पद की शपथ दिलाई है. इनमें से 18 विधायक ऐसे हैं जो पहली बार मंत्री बने हैं. कुछ विधायकों को मोदी लहर में चुनाव जीतने का ईनाम मिला है. इन मंत्रियों में सबसे अमीर निंबाहेड़ा से विधायक उदयलाल आंजना है वहीं, बीकानेर पश्चिम से विधायक और मंत्री बीडी कल्ला, रघु शर्मा और सुभाष गर्ग का नाम सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे मंत्रियों में शामिल है. गहलोत के मंत्रियों में से एक ने एमबीए, एक ने बीएड और तीन ने एलएलबी की है.
गहलोत की इस मंत्रिमंडल पर अगर नजर डालें तो 18 विधायक पहली बार मंत्री बने हैं. जबकि पहली बार चुनकर आए 25 से अधिक विधायकों में से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया गया. वहीं, इनमें से 11 महिला विधायकों में से एकमात्र सिकराय विधायक ममता भूपेश को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है.
इसको देखते हुए साफ लगता है कि हम जिन राजनेताओं को चुनाव के दौरान नगर निर्माण, राज्य निर्माण और राष्ट्र निर्माण के लिए धड़ल्ले से वोट देते है या यूं कहे हमारी व्यक्तिगत और सामूहिक परेशानी के तहत हम जिन पार्षद या विधायक आदि से मदद की गुहार लगाते है. आखिर वे किस कड़ी मेहनत के तहत यहां पहुंचे है. वर्तमान में शिक्षा का बहुत महत्व है. लेकिन राजनीति में आने के लिए बहुत ज्यादा शिक्षित होना जरुरी नहीं लगता है. इससे स्कूली शिक्षा और राजनीतिक शिक्षा में अन्तर का पता चलता है.
देखते हैं मंत्रियों में किसकी कितनी संपत्ति है, कौन कितना पढ़ा-लिखा
पीएचडी- बीडी कल्ला, रघु शर्मा, सुभाष गर्ग
एमए इकॉनोमिक्स- हरीश चौधरी
एमबीए- ममता भूपेश
एलएलबी- शांति धारीवाल, सुखराम विश्नोई, टीकाराम जूली
पोस्टग्रेजुएट- अशोक चांदना
ग्रेजुएट- मास्टर भंवरलाल मेघवाल, भंवर सिंह भाटी, प्रताप सिंह खाचरियावास, राजेंद्र सिंह यादव, रमेश मीणा
बीएड- गोविंद डोटासर
पीयूसी पास- विश्वेंद्र सिंह
12वीं पास- अर्जुन सिंह बामनिया, लालचंद कटारिया, परसादीलाल मीणा, प्रमोद जैन भाया, सालेह मोहम्मद, उदयलाल आंजना
10वीं पास- भजनलाल जाटव
सबसे अमीर मंत्री
उदयलाल आंजना- 107.8 करोड़
विश्वेंद्र सिंह - 104.5 करोड़
राजेन्द्र यादव - 44 करोड़
सबसे गरीब मंत्री
सालेह मोहम्मद- 1.09 करोड़
भजनलाल जाटव- 1.83 करोड़
सुभाष गर्ग- 1.83 करोड़
स्कूल-कॉलेज से मिली डिग्रियों का अपना महत्व होता है लेकिन जब बात राजनीति की आती है तो जीवन के अनुभवों से मिली सीख, नेतृत्व के गुण और संघर्ष की क्षमता के सामने डिग्रियां बेमानी हो जाती है. ऐसी कई राजनीतिक हस्तियां हैं जिनके पास बड़ी-बड़ी डिग्रियां तो नहीं हैं लेकिन फिर भी वे न सिर्फ राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं बल्कि सरकार और प्रशासन से जुड़े मुद्दों पर भी उनकी खासी पकड़ होती है.