Jaipur: जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से हिंदु हुंकार जनसभा आयोजित की गई जिसमें जनसभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भारत डबल स्टैंडर्ड से नहीं चलेगा, जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना जरूरी है. संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि पत्थर वाला शुक्रवार नहीं, बल्कि सुरक्षित, शिक्षित और विकसित भारत चाहिए.


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जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से प्रदेश में तीन महीने तक 200 विधानसभा क्षेत्रों में भारत माता यात्रा निकाली गई. इसमें 400 जनसभाओं के माध्यम से जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए जनजागरण किया गया. भारत माता यात्रा के समापन पर शनिवार को जयपुर के सूरज मैदान में हिंदु हुंकार सभा आयोजित की गई. सभा में महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा कि हम दो की बात करते हैं लेकिन हमने बच्चें पैदा करके छोड़ दिए है. हम 2 चाइल्ड पोलिसी लागू करने की मांग कर रहे हैं. 


फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम में मौजूद लोगों के दो से ज्यादा बच्चें नहीं है, फिर भी देश की आबादी बढ़ रही है, तो इसे कौन बढ़ा रहा है. बढ़ती आबादी से अनेक प्रकार के खतरे उत्पन्न हो रहे हैं. आबादी जिस गति से बढ़ रही है जनसंख्या असंतुलन बढ़ रही है तो एक समुदाय विशेष का राज होगा. जनसंख्या का असंतुलन नहीं रोका गया तो स्थिति भयावह होगी. अलग-अलग जाति में बटे बिना हिन्दुओं को एकजुट होना चाहिए. संगठित हिन्दु समर्थ भारत होगा. चौधरी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग पर 27 नवम्बर को दिल्ली में जंतर-मंतर पर रैली होगी. पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि भारत को अखंड, सोने की चिड़िया और वैभवशाली बनाने के लिए पुन: प्रयास करने होंगे. इसके लिए जनसंख्या नियन्त्रण होना आवश्यक है.


फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष नारायणराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश में भारत माता यात्रा के दौरान लोगों का भरपूर समर्थन मिला. संघ के वरिष्ठ प्रचारक इन्द्रेश कुमार ने कहा कि विश्व और देश में जनसंख्या बढ़ने से असंतुलन बढ़ रहा है. जल, जमीन और संसाधन कम होने लग गए हैं. आंकलन के अनुसार भारत मे 80 -90 करोड़ आबादी होनी चाहिए, लेकिन 135 करोड़ हो गई है. कुछ लोग वोट को भारत पर कब्जा करने का माध्यम मान कर जनसंख्या बढ़ा रहे हैं. अब वक्त आ गया है जब हमें बेरोजगारी, दंगो, हिंसा वाला भारत नहीं चाहिए. विश्व में जनसंख्या नियंत्रण के लिए आंदोलन चलाए जा रहे हैं. भारत में भी जनसंख्या नियंत्रण के लिए आंदोलन शुरू किया गया है.


पत्थर वाला शुक्रवार नहीं चाहिए 


संघ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि पूजा स्थल से निकलते वक्त मन में शांति होनी चाहिए, लेकिन भारत में शुक्रवार तो पत्थर वाला शुक्रवार बन गया. किसी भी पूजा के बाद शांति मिलनी चाहिए, हिंसा नहीं होनी चाहिए. लेकिन देश में कुछ अलग ही माहौल है. इंद्रेश कुमार ने सवाल उठाया कि पूजा स्थलों पर टूटी हुई मूर्तियां कहां से आ गई है. सभी इबादतगाहों में टूटी हुई मूर्तियां हैं, इसका अर्थ है कि आक्रांताओं ने मूर्तियां तोड़ी है. यदि मूर्तियां है तो पूरी मूर्तियां लगवा लें.


नेता समाज को लड़वाने का काम करते हैं


इंद्रेश कुमार ने यह भी कहा कि समाज को बांटना, भड़काना और लड़वाना आज के नेताओं का प्रोफेशन है. इससे उनकी दुकानदारी चलती है, फिर उनमें कोई तौकिर रजा है तो कोई औबेसी कहलाता है. कोई केजरीवाल, राहुल और हमारी ममता भी मिल जाती है. अगर हम अपना सम्मान चाहते हैं तो दूसरों का सम्मान करना भी आना चाहिए इसलिए देश और दुनिया में कोई कहे सर तन से जुदा तो आक्रांताओं पर बयान देने वालों के लिए यह फतवा कब आएगा.


हिंदुस्तान सबका, डबल स्टैंडर्ड नहीं चलेगा


इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत में डबल स्टैंडर्ड चल रहा है, इसलिए जनसंख्या की अनाप-शनाप वृद्धि है, गरीबी, बेरोजगारी, अपराध जलालत भी है. जनसंख्या समाधान फाउंडेशन को लेकर व्यापक जन जागरण कर रहा है, इस विश्वास पर कि हम होंगे कामयाब एक दिन. इंद्रेश ने यह भी कहा कि एक दिन आएगा जब सुबह उठकर पता लगेगा कि पीओके फिर से भारत में आ गया है और आप भी आ जा सके तो कोई खतरा नहीं है. पाकिस्तान में अलग-अलग प्रांत आजादी की बात कर रहे हैं, एक दिन पाकिस्तान को ढूंढ़ना पड़ेगा. 1947 से पहले भी नक्शे में नहीं था और आगे भी आपको पाकिस्तान ढूंढना पड़ेगा.


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Reporter: Vishnu Sharma