Health tips: बादाम नहीं, ये 3 चीजें खाने से दिमाग चाचा चौधरी से भी तेज चलेगा
Health tips: दिमाग को तेज करने के लिए फ्लेवोनॉयड्स की जरूरत होती है और बादाम में पाया ही नहीं जाता. फ्लेवोनॉयड्स एक केमिकल्स होते हैं. ये एक प्राकृतिक पदार्थ है. जो इंफ्लेमेशन को कम करते हैं. तो क्या है जिसे खाने से दिमाग तेज चलता है. जानते हैं इस रिपोर्ट में.
Jaipur: दिमाग हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा होता है, जिससे शरीर की सभी गतिविधियां संचालित होती हैं. आपने क्रांतिवीर फिल्म में नाना पाटेकर का वो डायलॉग तो सुना ही होगा "ए धनिया इधर मत मार; समझा क्या, इधर छोटा दिमाग होता है, आदमी मर जाता है". जी हां, राइटर ने ये डायलॉग यूं ही नहीं लिखा था. हमारे शरीर में मौजूद यह छोटा सा मांस का टुकड़ा इतना पावरफुल और अहम है कि इसके साथ छोटी सी छेड़छाड़ से जान पर बन सकती है. कभी आपने सोचा है कि हमारे इतने बड़े शरीर में मस्तिष्क इतना अहम क्यों है?
इस बात को ऐसे समझिए कि घर या ऑफिस में जिस व्यक्ति के पास जितनी बड़ी जिम्मेदारी होती है, वो उतना ही अहम होता है. ठीक इसी तरह हमारे शरीर की पूरी गतिविधियां भी मस्तिष्क से ही संचालित होती हैं. ठीक इसी तरह हमारे शरीर में उठने-बैठने, सुनने बोलने से लेकर आपका व्यक्तित्व कैसा होगा; सव दिमाग पर ही निर्भर करता है. यही चीज शरीर में इसे सभी अंगों से खास बनाती है.
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अब बात आती है कि ऐसा क्या खाएं जिससे यह तेज और पहले से बेहतर चले. दर-असल फ्लेवोनॉयड्स एक केमिकल होते हैं. ये एक प्राकृतिक पदार्थ हैं. ये इंफ्लेमेशन को रोकते हैं और दिमाग को बचाते हैं. इसे खाने से दिमाग में खून तेजी से दौड़ता है, खासकर उस हिस्से में जो हमें बुद्धिमान बनाता है. इसी की कमी के चलते हम चीजें भूलने लगते हैं और इसकी उचित मात्रा दिमाग को तेज करती है. नहीं बादाम दो बिल्कुल नहीं. क्यों कि इसमें फ्लेवोनॉयड्स होता ही नहीं. जब हमें कोई हेल्थ ( Health tips ) टिप्स देता है ते वह बादाम खाने की सलाह जरूर देता है, लेकिन दिमाग का बादाम से कोई रिश्ता नहीं. फिर ऐसा क्या है जो दिमाग तेज करने के लिए हमें खाना चाहिए.
1. ब्लू-बेरीज- ब्लू-बेरीज या बैगनी-नीले रंग के कई फलों में कई ऐसे ऐटी-आक्सीडेंट्स होते हैं, जो सेहत के लिए अच्छे होते हैं और दिमाग को बूढ़ा होने से रोकते हैं. ब्लू-बेरीज में भरपूर मात्रा में फ्लैवोनॉएड्स होते हैं, जो दिमाग की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं.
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2. हरी सब्जियां- पत्ते और सलाद खाने से सिर्फ वजन कम नहीं होता, इन्हें खाने से क्रिस्टलाइज्ड इंटेलिजेंस विकसित होती है जो हमारे ज्ञान को सही तरीके से इस्तेमाल करने की क्षमता देता है. हमारी उम्र बढ़ने के साथ हमारी यह क्षमता कम होती जाती है, लेकिन कुछ लोग बढ़ने से साथ बुद्धिमान होते जाते हैं. इसके पीछे फ्लेवोनॉयड्स का जादू होता है.
3. डार्क चॉकलेट्स- एक स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों के रेगुलर डार्क चॉकलेट्स खिलाई गई उनके जींस में 177 तरह के बदलाव देखे गए. उनकी इंद्रियां बेहतर का कर रही थीं. दर-अस्ल डार्क चॉकलेट्स में कोकोआ होता है, जो हमारे दिमाग में खून के संचार को बढ़ाता है. लेकिन इन सब चीजों का फायदा तभी होता है जब इनका सेवन कोई नियमित रूप से करे.
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फ्लेवोनॉयड्स क्या है (what are flavonoids)
फ्लेवोनॉयड्स एक केमिकल्स होते हैं. ये एक प्राकृतिक पदार्थ है, जो पौधों जैसे फलों और सब्जियों में पाया जाता है यह नाशपाती, सेब, बेरीज, प्याज, प्लांट आधारित पेय जैसे चाय और वाइन में भी फ्लैवोनॉएड्स होता है. फ्लेवोनॉयड्स सेहत को कई तरह से लाभ (Benefits of flavonoids) पहुंचाता है. यह इंफ्लेमेशन को भी कम करता है. डार्क चॉकलेट भी फ्लेवोनॉयड्स का एक मुख्य स्रोत होता है.
बादाम में ये विटामिन पाए जाते हैं
बादाम में भरपूर मात्रा में विटामिन E पाया जाता है. इसी वजह से रोजाना बादाम खाना काफी सेहतमंद माना जाता है. विटामिन E के साथ-साथ इसमें जिंक, कैल्शियम, मैग्नीशियम और ओमेगा-3, फैटी एसिड भी होता है जो हमें फिट रखने में कारगर है.
कैसी होती है दिमाग की संरचना
मस्तिष्क एक विशेष प्रकार की कोशिकाओं से मिल कर बना होता है, जिन्हें तंत्रिका कोशा (न्यूरान) कहते हैं. हमारा मस्तिष्क अपनी कुल ऊर्जा और संचित ऑक्सीजन का 20% और हमारे रक्त में प्रवाहित होने वाले ग्लूकोज (शर्करा) का केवल 25% उपयोग करता है. मानव मस्तिष्क का वजन शरीर के कुल वजन का लगभग 2 प्रतिशत यानी कि 3 पौंड के बराबर होता है. इसमें से 60 प्रतिशत वजन इसमें मौजूद वसा का होता है, जिसकी वजह से मस्तिष्क हमारे शरीर का सबसे वसायुक्त अंग है. वैज्ञानिकों के अनुसार रात की अपेक्षा दिन में मस्तिष्क अधिक सक्रिय होता है. हमारे मस्तिष्क में लगभग 100 अरब न्यूरॉन कोशिकाएं होती हैं. दर-अस्ल एक वयस्क मानव मस्तिष्क का वजन लगभग 1300-1400 ग्राम होता है, वयस्क मानव मस्तिष्क शरीर के कुल वजन का लगभग 2 प्रतिशत ही होता है. औसत मानव मस्तिष्क 140 मिमी चौड़ा 167 मिमी लंबा और 93 मिमी ऊंचा होता है.
एक हजार अरब कनेक्शन होते हैं
हमारे दिमाग में करीब 86 अरब न्यूरॉन्स होते हैं. यह एक-दूसरे से जुड़े होते हैं. इसी कनेक्शन को बनाए रखने में सबसे ज्यादा एनर्जी खर्च होती है. न्यूरो ट्रांसमीटर्स की मदद से एक न्यूरॉन से दूसरे न्यूरॉन तक इलेक्ट्रक सिग्नल जाते हैं. कुल मिलाकर हमारे दिमाग के अंदर एक सर्किट बना होता है. इस सर्किट में एक हजार अरब कनेक्शन होते हैं. इनमें से किसी एक कनेक्शन में भी गड़बड़ी आई तो पूरा सिस्टम खराब हो सकता है.
दिमाग का कौन सा हिस्सा क्या काम करता है
सांस और दिल की धड़कनों के लिए ब्रेन स्टेम नाम का हिस्सा जिम्मेदार होता है. स्किल्स के लिए सेरिबेलम और हमारे इमोशंस लिंबिक सिस्टम में रहते हैं और पुरनी यादें हिपोकैंपस में रहती हैं. हमारे दिमाग का सबसे बड़ा हिस्सा सेरिबेलम के पास होता है. सुनने, देखने, बोलने और सोचने की क्षमता यहीं से निर्धारित होती है. दिमाग के ये हिस्से एक-दूसरे को संदेश कैसे भेजते हैं ये जानना बहुत कठिन हैं. हम पहले सुनते हैं फिर हमारा दिमाग उसे कन्वर्ट करता है और इसके बाद हम उस बात पर कोई प्रतिक्रिया देते हैं.
इन खाद्य पदार्थों में होता है फ्लैवोनॉयड्स
बैंगनी और लाल अंगूर, हरी सब्जियां कोकोआ और डार्क चॉकलेट्स में सबसे ज्यादा (flavonoids) फ्लैवोनॉएड्स पाया जाता है, जो हमारे दिमाग की सेहत को ठीक रखता है, इनके अलावा बेरीज जैसे ब्लूबेरीज, स्ट्रॉबेरीज अंगूर, रेड वाइन, चाय, आड़ू, सेब, टमाटर, ब्रोकली में भी फ्लैवोनॉएड्स होता है. अगर चाय की बात करें तो व्हाइट, ग्रीन, ओलॉन्ग और ब्लैक टी में भी फ्लैवोनॉएड्स होता है, जो हमारे दिमाग में अच्छा रक्त संजार करने में मददगार साबित होता है.
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