Jaipur: कोरोना काल में `मसीहा` बने भामाशाह, जरूरतमंदों को पहुंचा रहे राहत सामग्री
गांव में बढ़ते संक्रमण के मामलों के बीच लोगों की मदद के लिए आशु सिंह सुरपुरा ने गांव-गांव में निःशुल्क दो ऑक्सीजन युक्त एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध करवा रखी है.
Jaipur: कोरोना के संकट काल में जहां कुछ लोगों ने अपनी इंसानियत को मारकर कालाबाजारी और मुनाफाखोरी में लगे हैं, वहीं, कुछ लोग इस इंसानियत को घर्म मानकर अपना फर्ज निभा रहे हैं. ऐसे लोग इस संकट काल में जरूरतमंदों के लिए मसीहा से कम नहीं है.
कुछ ऐसे ही लोगों में शामिल हैं आशु सिंह. आशु सिंह सुरपुरा पिछले लॉकडाउन से लेकर इस लॉकडाउन तक जनता के दर्द पर मरहम लगा रहे हैं. वह जरूरतमन्दों के लिए अपने निजी कोष से पेंशन योजना का लाभ दे रहा है तो वहीं, जरूरतमंद लोगों तक घर-घर जाकर खाद्य सामग्री पहुंचाने का कार्य कर रहा है.
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इतना ही नहीं, कोरोना केयर सेंटरों और स्वास्थ्य केंद्रों तक मास्क, सैनिटाइजर, दवाइयां,ऑक्सीजन सिलेंडर की लगातार व्यवस्था करवा रहे हैं. दरअसल, कोरोना की वजह से पूरे देश में ऑक्सीजन की किल्लत थी. साथ ही कई अस्पतालों में मौजूदा बेड भी फुल हो चुके थे. ऐसे में कोरोना से ग्रसित लोगों को बचाने के लिए भामाशाह आंशु सिंह ने पहल की.
गांव में बढ़ते संक्रमण के मामलों के बीच लोगों की मदद के लिए आशु सिंह सुरपुरा ने गांव-गांव में निःशुल्क दो ऑक्सीजन युक्त एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध करवा रखी है. तो वहीं, कोविड केयर सेंटर में भर्ती होने वाले मरीज व उनके परिजनों के लिए निःशुल्क भोजन व ठहरने की व्यवस्था की गई है, जिससे लोगों को जिला अस्पताल की ओर जाने की जरूरत नहीं पड़ रही और स्थानीय स्तर पर ही उपचार मिल रहा है. तो वहीं, गरीब असहाय लोगों तक नगद राशि देकर वह महिलाओं को सिलाई मशीन देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रहे हैं.
इसके साथ ही आशु सिंह सुरपुरा ने गरीब व जरूरतमंदों की मदद के लिए गांव ढाणी व शहरों में टीमें बना रखी हैं जो जरूरतमंदों के घरों तक पहुंचकर राशन किट और मेडिकल कीट वितरित कर रही है. भामाशाह आशु सिंह सुरपुरा ने जब देखा कि कोरोना संक्रमण के चलते क्षेत्र के हजारों लोग बेरोजगारी का सामना कर रहे है और उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में उनके द्वारा प्रतिदिन राशन वितरण का कार्य शुरू किया जा रहा हैं.
ग्रामीण अंचल में लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया हुआ है, जिससे लोग इस पर फोन कर अपनी परेशानी बता रहे हैं. लोगों की समस्या के अनुसार उनकी मदद की जा रही है. किसी को अस्पताल में ऑक्सीजन की जरूरत हो या फिर किसी को राशन की सामग्री या फिर मेडिकल किट की जरूरत हो, उसके लिए टीम मौके पर पहुंचकर उस पीड़ित की मदद कर रही है.
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इधर, कोरोना काल में कोई भी भूखा ना सोए इसके लिए भामाशाह आशु सिंह द्वारा आरयूएचएस अस्पताल व सवाई मानसिंह अस्पताल के बाहर स्वयंसेवकों के साथ मिलकर लोगों की मदद की जा रही है. प्रदेश में लॉकडाउन के चलते होटल, रेस्टोरेंट, ढाबे बंद होने से लोगों को भोजन नहीं मिल पाने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा.
उन्होंने कहा कि फुटपाथ पर रहकर अपना जीवन यापन करने वाले लोगों को भी खाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है. क्योंकि लॉकडाउन के चलते लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो रही इसीलिए टीम के सदस्यों द्वारा फुटपाथ पर रहने वाले असहाय व जरूरतमंद लोगों को भी भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है.
(इनपुट-अमित यादव)