How to Prepare Board Result: भारत में हर साल लाखों छात्र बोर्ड की परीक्षा देते हैं. हालांकि, कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट अलग-अलग तरीके से तैयार किए जाते हैं. क्या आप जानते हैं कि आखिर बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट कैसे तैयार करता है?
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How to Prepare Board Exam Result: हर साल देश भर में करोड़ों छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल होते हैं. कुछ कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा देते हैं, तो कुछ कक्षा 12वीं की. लेकिन दोनों कक्षाओं के लिए बोर्ड द्वारा अलग-अलग तरीके से रिजल्ट तैयार किया जाता है. जहां कक्षा 10वीं के छात्रों को CGPA के जरिए मार्क्स दिए जाते हैं, तो कक्षा 12वीं के छात्रों की मार्कशीट में मार्क्स और परसेंटेज दी होती है. बहुत से छात्र CGPA सिस्टम के बारे में नहीं जानते हैं. इसलिए आज हम आपको रिजल्ट और CGPA सिस्टम से जुड़े सवालों के बारे में बताएंगे.
सबसे पहले तो बता दें कि लाखों बच्चों का रिजल्ट बनाना इतना आसान नहीं होता है. कॉपी की चेकिंग बोर्ड अधिकारियों द्वारा काफी बारीकी से की जाती है. इसलिए रिजल्ट तैयार करने में बोर्ड को समय लगता है.
वहीं पिछले कुछ सालों में बोर्ड की तरफ से सिलेबस में भी कई तरह से बदलाव किए गए हैं और कुछ नए टॉपिक्स को कोर्स बुक में जोड़ा गया है. जिस कारण रिजल्ट पर भी इसका सीधा असर पड़ रहा है.
इस समय छात्र बोर्ड परीक्षा के मार्क्स कैल्कुलेशन को लेकर भी काफी कन्फयूजन में हैं, लेकिन उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं हैं. सीबीएससई कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा में कुल 5 विषयों के अंक जोड़े जाते हैं और बेस्ट 5 के बेसिस पर कक्षा 12वीं के छात्र कॉलेज में एडमिशन ले सकेंगे.
सीबीएसई द्वारा बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट मई महीने की आखिर में घोषित किया जाता हैं, इसमें कक्षा 12वीं के मार्क्स नंबर्स और परसेंटेंज में दिए जाते हैं, जबकि बोर्ड कक्षा 10वीं के मार्क्स CGPA फॉर्मेट में देता है.
दरअसल, CGPA की फुल फॉर्म होती है "क्युमुलेटिव ग्रेड पॉइंट एवरेज". अब आप इसके नाम से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि यह सिस्टम क्या है. हालांकि, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि CGPA के जरिए छात्रों को परीक्षा में ग्रेड पॉइंट दिए जाते हैं.