Jaipur News: करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से जयपुर शहर में बन रहे महात्मा गांधी दर्शन संग्रहालय में गांधीजी की विरासत और स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य आंदोलनों की जानकारियों के बारे में आम लोगों को आसानी होगी. अब इन चीजों को आभासी तौर पर पुनर्जीवित किया जाएगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

महात्मा गांधी दर्शन संग्रहालय के निर्माण कार्यों का गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निरीक्षण किया और पूरे प्रोजेक्ट को लेकर अधिकारियों से जानकारी ली. 


यह भी पढ़ें- BJP कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज मामले में पुलिस मुख्यालय पहुंचे CP जोशी, रखी यह मांग


 


मुख्य रूप से गांधीजी की विरासत और स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य आंदोलनों को इस म्यूजियम में आभासी तौर पर पुनर्जीवित किया जाना है, जिससे की दर्शक विशेषकर देश की युवा पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम की मुख्य घटनाओं और गांधी के जीवन दर्शन एवं मूल्यों का अनुभव और आत्मसात कर सके.


क्या है प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य 
गहलोत ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष से युवाओं में जुड़ाव पैदा करना भी इस प्रोजेक्ट का एक मुख्य उद्देश्य है. निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव उषा शर्मा, प्रमुख सचिव कुंजी लाल मीणा, प्रमुख सचिव कुलदीप रांका, सचिव गौरव गोयल, जेडीसी रवि जैन मौजूद रहे.


मोदी सरकार को लेकर हुए हमलावर
उधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के एकजुट होने को लेकर कहा कि आज देश को इसकी आवश्यकता है. देश में आज ऐसे हालातों से पूरा देश चिंतित है. राहुल गांधी की मंशा भी यही है. आज देश में अहिंसा, सत्य की आवश्यकता हैं. 


यह भी पढ़ें- नदबई की घटना पर BJP का प्रहार, वोट बैंक के नफा-नुकसान पर काम कर रही कांग्रेस सरकार


 


लोकतंत्र में जो व्यक्ति विपक्ष मुक्त भारत की बात करें तो आप सोच सकते हैं, कि उन लोगों के मन में क्या चल रहा होगा. एक स्वस्थ लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष का होना अति आवश्यकता है.