Jaipur News: परिवहन विभाग में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की परिभाषा को लेकर एक रोचक मामला सामने आया है. एनसीआर क्षेत्र में बीएस-4 बसों के संचालन पर 30 जून के बाद रोक लग जाएगी. एनसीआर में राजस्थान के अलवर और भरतपुर जिले शामिल हैं. परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बसों के लिए परमिट नवीनीकरण अलवर में तो मंजूर कर दिए हैं, लेकिन भरतपुर में परमिट नहीं दिए जा रहे हैं.


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परिवहन विभाग के अधिकारियों का बसों के परमिट जारी करने में एक रोचक मामला सामने आया है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सेंटर फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट यानी CAQM ने 30 जून 2024 के बाद यहां बीएस-4 श्रेणी की बसों के संचालन पर रोक लगा दी है. 30 जून के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मात्र बीएस-6 या सीएनजी, इलेक्ट्रिक बसें ही संचालित हो सकेंगी.


अभी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल प्रदेश के भरतपुर और अलवर जिलों में 80 से ज्यादा लोक परिवहन और निजी बसें संचालित होती हैं. ऐसे में 30 जून के बाद इन बस संचालकों को या तो बीएस-6 श्रेणी की नई बसें लेनी होंगी, अन्यथा इन रूटों पर बसें नहीं चल सकेंगी. रोचक मामला यह है कि परिवहन विभाग अलवर की बीएस-4 बसों को तो 30 जून तक संचालन के लिए परमिट जारी कर रहा है. लेकिन भरतपुर की बीएस-4 श्रेणी की बसों को 30 जून तक के लिए परमिट नहीं दे रहा है.

परिवहन विभाग के दोहरे मापदंड!


- 19 मार्च 2024 को अलवर RTA द्वारा बस परमिट का आवेदन भेजा गया


- तिजारा से दिल्ली, अलवर से तिजारा रूट की बस संख्या RJ02PA4748


- परमिट नवीनीकरण का आवेदन 398 दिन की देरी से किया गया


- सचिव, राज्य परिवहन प्राधिकार ने आवेदन मंजूर किया


- देरी की पैनल्टी लगाते हुए 2 अप्रैल को CAQM के निर्देशानुसार स्वीकृत कर दिया


- इस आधार पर अलवर RTA ने 2 मई 2024 को बस का परमिट जारी किया


- हालांकि शर्त जोड़ी गई कि 30 जून तक ही एनसीआर क्षेत्र में बस चल सकेगी


- ऐसे ही 15 मई के एक आवेदन भरतपुर से हिंडौन का परमिट नहीं दिया


- बस संख्या RJ05PA5050 का परमिट नवीनीकरण नहीं किया


- अलवर से डीग, डीग से बैराला की बस RJ29PA2520 का नवीनीकरण नहीं


- दोनों आवेदनों में बीएस-6 बसों के प्रतिस्थापन के लिए लिखा गया


- CAQM के निर्देशानुसार बीएस-6 बस के साथ आवेदन करने के दिए निर्देश


इस मामले में परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 30 जून के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बीएस-4 बसों का संचालन नहीं हो सकेगा. ऐसे में बस संचालकों को बीएस-6 श्रेणी की बसें लानी होंगी. अलवर के लिए जब परमिट जारी किए गए थे, तब तक बीएस-6 की नई बस की चैसिस खरीदने और बॉडी बनवाने के लिए पर्याप्त समय बचा हुआ था. लेकिन अब जबकि केवल 40 दिन का समय ही बचा है, ऐसे में नई बस की चैसिस लाने और बॉडी बनाने का कार्य 30 जून से पहले पूरा नहीं हो सकता है. ऐसे में बीएस-4 बस के लिए 30 जून तक की अवधि का परमिट जारी नहीं किया जा सकता.