Jaipur, Kotputli: कोटपूतली के रेवाला धाम में योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) पहुचे जहा 6 दिवशीय 108 कुंडीय महायज्ञ में पहुचं कर आहुतियां देकर आशीर्वचन दिये. साथ गुरुकुल के प्रथम चरण का उद्घाटन किया. बाबा रामदेव (Baba Ramdev) भोजन प्रसादी के बाद मीडिया से रूबरू होते हुये कहा. अब धीरे धीरे सनातन धर्म का आगाज हो रहा है. यज्ञ पद्दति भारत में सदियों से चली आ रही है. 


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अलवर सासंद बाबा बालक नाथ ने पढ़ाया मर्यादा का पाठ


अब इसका जीता जागता उदाहरण रेवाला धाम है. जो आज सनातन धर्म यज्ञ वैज परम्परा का उदहारण देखा जा सकता है. अब भारत देश का यज्ञ के महत्व को समझता है. केवल अब समझना है तो युवा पीढ़ी को. यगों का क्या महत्त्व है. वहीं अलवर सासंद बाबा बालक नाथ (Baba Balak Nath) ने कहा सनातन धर्म का मतलब है मर्यादा आज का इंसान अपनी मर्यादा में जिये और उसे निभाने का काम भी करे. जिसको लेकर आज युवा पीढ़ी को इसको समझने की जरूरत है. और वो इसका पालन करे. 


ऋषि मुनियों ने पढ़ाया धर्म का पाठ- सांसद


आदिकाल से हमारे ऋषि मुनियों ने इसको व्यवस्थित रखा है. समाजिक धर्म का पाठ पढ़ाने का काम किया है. यगों के माध्यम से प्रकृति का उद्यान किया जाता है. आने वाले समय मे इसको और बढ़ावा जायेगा. वही कोटपूतली बहरोड़ को एक साथ एक नाम से जोड़ कर जिले का नाम दिया उसको लेकर कहा कांग्रेस की ओछी मानसकिता है जिसका जीता जागता उदहारण है. 


दोनो को राजी करने को लेकर एक दूसरे को दूर करने का काम किया गया है. आपसी जुड़ाव का काम न करके दोनो और अराजकता का माहौल बना है. हालाकी जिले बनने चाहिए लेकिन सभी का समान रखकर काम करना चाहिये.महायज्ञ में हजारों लोगों ने आहुतियां दी और सुख सम्रद्धि की कामना की गई.


Reporter- Amit Yadav


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