Jaipur: राजस्थान ललित कला अकादमी और पं. जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी द्वारा राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया. कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी. फारूक आफरीदी, नेहरू बाल साहित्य अकादमी के चैयरमेन इकराम राजस्थानी,ललित कला अकादमी के अध्यक्ष लक्ष्मण व्यास, सहित कई गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में मौजूद रहे. कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने बच्चों से संवाद कार्यक्रम में कहा आज देश के प्रथम प्रधानमंत्री और चाचा नेहरू की 133वीं जयंती है. आज के दिन 14 नवम्बर, 1889 को इलाहाबाद में नेहरू जी का जन्म हुआ था.


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इस अवसर पर बाल सप्ताह-2022 के शुभारम्भ पर मेरी ओर से सभी को बधाई और शुभकामनाएं हैं. उन्होनें कहा कि आज से 20 नवम्बर तक प्रदेश भर में बाल सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है. फारुकी ने कहा अभी बच्चों ने जिस रूप में मुझे गुलाब का फूल और मोमेंटो भेंट करके मेरा स्वागत किया, उससे मैं अभिभूत हूं. बच्चों ने मेरा दिल जीत लिया. बच्चों के हितों की रक्षा के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है. नेहरू जी ने कहा था-‘‘बच्चे एक बगीचे में कलियों की तरह होते हैं. उनका सावधानी से और प्यार से पालन-पोषण करना चाहिए.‘‘ यह हमारी सबकी जिम्मेदारी भी है.


दुनिया में सबसे बड़ी आबादी बच्चों की है. बच्चे समाज की धरोहर हैं. बच्चों में हमारी तरह का कोई झगड़ा-टंटा नहीं होता, एक-दूसरे के प्रति नफरत की भावना नहीं होती, उनमें कोई रंग भेद, जाति भेद, धर्म भेद नहीं होता. वे लड़-झगड़कर भी एक रहते हैं और हम सबको एकता का संदेश देते हैं. इस अवसर पर आफरीदी ने पं. नेहरू बाल कवि सम्मान तथा चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को स्मृति चिन्ह एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया. इसीलिए बीच कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने कहा पं. नेहरू के नाम से देश भर में पहली अकादमी बनाई गई है.  इस के लिए माननीय अशोक गहलोत जी मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार बधाई के पात्र है. हम अकादमी के माध्यम से बच्चों के विकास के लिए अनेक कार्यक्रम आरम्भ किये जा रहे है.


Reporter- Anup Sharma


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