Kirodi Lal Meena : राज्य सभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि एक सर्वे में मानव अस्तित्व को सबसे बड़ा खतरा बढ़ती जनसंख्या और प्रदूषण को बताया गया है. भारत के परिपेक्ष्य में यह खतरा और अधिक गंभीर हो जाता है क्योंकि विश्व का केवल 2.4 भू-भाग पर हमारे पास है और विश्व की कुल जनसंख्या का हम 17.74% भारत की भूमि पर वहन कर रहे हैं. भारत की जनसंख्या 138 करोड़ को पार कर चुकी है कम क्षेत्रफल होने के बावजूद इतनी अधिक आबादी का ही परिणाम है कि उपलब्ध प्राकृतिक संसाधन बहुत तेजी से कम पड़ते जा रहे हैं. तथा सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय स्थितिया  विस्फोटक होती जा रही है. ऐसा नहीं है कि देश ने प्रगति नहीं की, परंतु सारे विकास को जनसंख्या रूपी दानव निगल रहा है और सुरसा के मुंह की तरह बढ़ रही है जनसंख्या के सामने यह विकास ऊट के मुह में जीरे के समान साबित हो रही है.


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इतनी बड़ी आबादी के लिए स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, रेलवे स्टेशन, मेट्रो, सड़क, एयरपोर्ट, प्रशासनिक कार्यालय, कारखाने और आवास उपलब्ध कराने में खेती तथा जंगलों की जमीन घट रही है. फलस्वरूप भविष्य में खाने को पर्याप्त अन्न भी पैदा नहीं होगा और इतनी अधिक लोगों के लिए शिक्षा, चिकित्सा में रोजगार की व्यवस्था भी ठीक प्रकार से नहीं हो पाएगी. प्रदूषण जल व खाद्यान्न संकट के कारण बीमारियां अपने चरम पर होगी. चारों ओर अपराध, भुखमरी एवं गरीबी के कारण व्यवसाय भी ठप पड़ जाएंगे जनसंख्या संकट से भविष्य में हालात बेकाबू होकर देश संकट से न घिरे उस दृष्टि से देश में जनसंख्या नियंत्रण केलिए सख्त कानून लाया जाये.


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