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Parliament building: राजस्थान के इन शहरों के पत्थर का नई संसद बनाने में हुआ है इस्तेमाल

New Parliament Rajasthani Stone : देश का नया संसद भवन बनकर तैयार है इस नए संसद में एक भारत श्रेष्ठ भारत की झलक दिखाई देती है. नए संसद भवन को आधुनिक भारत को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है, लेकिन इस नए भवन के कण-कण में आपको भारत की विविधता और संस्कृति का अहसास होगा. 

नए संसद के कण-कण में राजस्थान

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नए संसद के कण-कण में राजस्थान

नए संसद भवन की कालीन मिर्जापुर में बनवाई गई है, तो वहीं इसका फर्नीचर इंदौर से आया है, जबकि नागपुर के सागौन की लकड़ियों का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन इस नए संसद भवन के कण-कण में राजस्थान की झलक दिखाइए देती है

 

लगे राजस्थान के पत्थर

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लगे राजस्थान के पत्थर

जहां इसके अंदर लगे पत्थर ग्रेनाइट संगमरमर राजस्थान के धौलपुर उदयपुर अजमेर सिरोही से लाकर लगाए गए हैं तो वही अशोक प्रतीक प्रतीक जयपुर की सामग्री से तैयार किया गया है इसके अलावा नए संसद भवन की नक्काशी का काम आबूरोड और उदयपुर के मूर्तिकारों के द्वारा किया गया है.

 

पुष्पेंद्र सिंह चौहान की देखरेख में बना

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पुष्पेंद्र सिंह चौहान की देखरेख में बना

नए संसद भवन की इमारत के निर्माण का काम पाली जिले के माताजी का गुंडा निवासी पुष्पेंद्र सिंह चौहान की देखरेख में हुआ है, जबकि जैसलमेर के लाखा का लाल पत्थर मकराना रुद्रपुर से ग्रीन मार्बल के साथ-साथ केसरिया पत्थर का भी इस्तेमाल किया गया है

 

धौलपुर के लाल का प्रयोग

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धौलपुर के लाल का प्रयोग

नए संसद भवन के फर्श के निर्माण से लेकर नक्काशीदार जाली में तमाल किए गए पत्थर भी राजस्थान के ही हैं. धौलपुर के लाल और गुलाबी पत्थरों का उपयोग आरसीसी कॉलम और दीवारों पर आवरण के लिए किया गया है. साथ ही नक्काशीदार के लिए भी धौलपुर के पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है.

भरतपुर सांसद बोलीं गर्व की बात

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भरतपुर सांसद बोलीं गर्व की बात

भरतपुर सांसद रंजीता कोहली ने भी कहा कि यह भरतपुर वासियों के लिए गर्व की बात है कि नए संसद भवन में भरतपुर के पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है.