Gyanvapi Masjid - ज्ञानवापी मस्जिद में कोर्ट के आदेश के बाद तीन दिन तक सर्वे हुआ. कोर्ट की निगरानी में हुए इस सर्वे में तीसरे दिन एक अहम मोड़ आया है. इस मस्जिद परिसर में एक ऐसा शिवलिंग ( shivling found in gyanvapi ) मिला है.  कोर्ट कमिश्नर के नेतृत्व में 52 सदस्यों की टीम ने 3 दिन तक सर्वे किया. सर्वे के बाद तीसरे दिन सर्वे से जुड़ी कुछ सूचनाएं लीक हो गई. जिस पर मीडिया में भी हल्ला मच गया. सर्वे टीम के बीच से खबरे लीक होने की वजह से टीम के एक सदस्य आरपी सिंह को हटा दिया गया. लेकिन हिंदू पक्ष ने दावा किया कि इस सर्वे में दिया रखने की जगह के साथ साथ शिवलिंग, स्वास्तिक, संस्कृत में श्लोक और प्राचीन शिलाएं मिली है. 


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इधर हिंदू पक्ष सर्वे पूरा होते ही कोर्ट पहुंचा और कोर्ट से मांग की है कि जो काला पत्थर मिला है वो शिवलिंग है. इसलिए उसका संरक्षण किया जाए. इस अपील के बाद कोर्ट ने तुरंत इस जगह को सील करने के आदेश दे दिए. कोर्ट ने कहा कि कोई भी व्यक्ति यहां नहीं जा सकता और इसे सुरक्षित रखने का जिम्मा जिला प्रशासन और CRPF का होगा. कोर्ट ने इसके लिए व्यक्तिगत रुप से संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है. इसके लिए जिलाधिकारी के साथ साथ पुलिस अधीक्षक यानि एसपी और CRPF के कमांडेट की जिम्मेदारी तय की है. 


ज्ञानवापी में वजू पर लगी रोक


सर्वे के तुरंत बाद हिंदू पक्ष कोर्ट में पहुंचा तो कोर्ट ने इस जगह को सील करने के आदेश दे दिए. इधर यहां लोगों के जाने पर भी रोक लग गई. और वजू पर भी पाबंदी लग गई है. वजू अपने शरीर के अंग धोने की एक इस्लामिक प्रक्रिया है. जो नमाज से पहले की जाती है. इसे एक शुद्धि प्रक्रिया के तौर पर देखा जाता है. 


इधर इस मामले में मुस्लिम नेताओं के बयान भी सामने आने लगे है. महबूबा मुफ्ती ने इस मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. और कहा कि ये लोग हमारी मस्जिदों के पीछे पड़े है. जब हमारी सारे मस्जिदें ले लेंगे तो सब ठीक हो जाएगा क्या. महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि हमें उन सारी मस्जिदों की लिस्ट दे दो जिन पर आपकी नजर है. आपको हमारी मस्जिदों में ही भगवान मिलते है. इधर असदुद्दीन ओवैसी का भी इस मामले में बयान आया है. ओवैसी ने कहा कि वहां ज्ञानवापी मस्जिद ही थी और इंशाल्लाह कयामत तक मस्जिद ही रहेगी. 


इधर तीन दिन का सर्वे पूरा होने पर वाराणसी प्रशासन ने भी सभी पक्षों का आभार जताते हुए कहा कि जिस तरह से सभी पक्षों ने सहयोग किया है उसके लिए सबका आभार. वाराणसी प्रशासन ने आम लोगों से अपील भी की है कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें. केवल अधिकारिक बयानों पर ही भरोसा करें. 


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