Jaipur: राजधानी जयपुर में बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दें पर राजस्थान सरकार को घेरने के लिए बीजेपी के नेता शनिवार को सड़कों पर दिखाई दिए. बीजेपी ने गहलोत सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया. बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक से सिविल लाइंस फाटक तक रैली निकाली, प्रदर्शन किया और उसके बाद गिरफ्तारी भी दी. इस दौरान बीजेपी नेताओं ने प्रदेश में कानून के इकबाल खत्म होने का आरोप लगाते हुए राजस्थान में जंगलराज से भी बदतर राज बताया. तो कुछ वरिष्ठ नेताओं ने गहलोत सरकार को हफ्ता वसूली की सरकार भी बताया.


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राजस्थान में हुई हालिया आपराधिक घटनाओं के चलते प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बीजेपी सड़कों पर उतरी. बीजेपी ने महिला अत्याचार, अवैध खनन, साधु-संतों पर अत्याचार, मॉब लिंचिंग, हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार समेत अन्य मुद्दों पर जयपुर में प्रदर्शन किया. बीजेपी ने शहीद स्मारक से लेकर सिविल लाइंस फाटक तक रैली निकाली.


इस रैली का नेतृत्व बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने किया. रैली के सिविल लाइंस फाटक पहुंचने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को काबू करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. सिविल लाइंस फाटक पर लगे बैरिकेड्स से आगे नहीं बढने देने पर बीजेपी नेताओं ने वहीं धरना दे दिया.


हालांकि इसके पहले बीजेपी की रैली ने पुलिस की तीन में से दो बेरिकेड्स लांघ कर तीसरी बाधा तक पहुंच गए. धरने के बाद पुलिस ने सभी नेताओं को हिरासत में ले लिया. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि ये पहली बार नहीं हुआ जब सरकार दमन पर उतर आई है. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में आम आदमी सुरक्षित नहीं है. प्रदेश में महिलाओं जिंदा जलाई जा रही है, साधु-संत आत्मदाह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सीएम गहलोत को कुर्सी बचाना मुश्किल हो जाएगा. 


नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भी गहलोत सरकार को आडे हाथों लेते हुए कहा कि जंगलराज से भी बदतर राजस्थान में हालात हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत दुनिया भर की बात तो करते हैं लेकिन राजस्थान को लेकर कुछ नहीं बोलते हैं.


प्रदर्शन के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अरुण चतुर्वेदी, मदन दिलावर जैसे नेताओं के साथ ही जयपुर शहर, जयपुर देहात और आसपास के जिलों के विधायक, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए इसे हफ्ता वसूली और चांटा-चूटी की सरकार बता दिया. उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री और विधायक जब मन में आए तब सीएम को धमकी देते हैं.


इस प्रदर्शन में जयपुर के आसपास के जिलों के बीजेपी विधायक भी शामिल हुए, लेकिन जयपुर शहर के तीन बीजेपी विधायकों के प्रदर्शन में शामिल नहीं होना चर्चा का विषय रहा.


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