Bhinmal, Jalore News: भीनमाल में माली समाज का पंचम वार्षिकोत्सव और शिक्षा जागृति सम्मेलन उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश देवेंद्र कच्छवाह , अग्रसेन गहलोत, जिला सेशन न्यायाधीश गोपाल सैनी, रानीवाड़ा न्यायाधीश पंकज सांखला, पूर्व न्यायाधीश भलाराम परमार, डिस्कॉम अभियंता भरत देवड़ा की मौजूदगी में हुआ. इस अवसर पर कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश देवेंद्र कच्छवाह ने कहा कि बाल विवाह समाज में कुप्रथा है इसे मिटाने की आवश्यकता है. कम उम्र में बालक बालिकाओं के विवाह होने पर उनके शारीरिक और मानसिक जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है. वर्तमान में बाल विवाह मुक्त समाज की आवश्यकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि समाज में आटा साटा प्रथा है जो भी बंद होनी चाहिए इस प्रथा से एक परिवार के साथ दूसरा परिवार भी तबाह होता है. शिक्षा के माध्यम से आगे बढ़कर हम एक नए युग का निर्माण कर सकते हैं, बिना शिक्षा के व्यक्ति अंधे के समान है.


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भीनमाल जिला और अपर सेशन न्यायाधीश गोपाल सैनी ने कहा कि समाज को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा की महती आवश्यकता है. समाज में नशे की प्रवृत्ति को भी हमें रोकना चाहिए. आज समाज का युवा सबसे ज्यादा नशे का शिकार होता जा रहा है हम सबको मिलकर अपने परिवार में बच्चों को नशे के प्रति सजग रखकर नशा मुक्त समाज बनाने पर जोर देना चाहिए ताकि एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके. अच्छे समाज के निर्माण से एक अच्छा वातावरण होगा. वहीं, वर्तमान समय में सामूहिक विवाह कार्यक्रम भी आयोजित होने चाहिए. ताकि एक ही जगह समाज के सभी लोगों का सामूहिक मिलन समारोह भी हो सके.


रानीवाड़ा न्यायाधीश पंकज सांखला ने कहा कि शिक्षा के प्रचार प्रचार कर सभी को शिक्षित करना आवश्यक है. शिक्षा से ही व्यक्ति अपना नव निर्माण कर सकता है. अग्रसेन गहलोत ने कहा कि हमें मूल रूप से चरित्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए समाज में व्याप्त विसंगतियों को दूर करना होगा. इसके साथ साथ हमें अपनी सकारात्मक सोच बनानी होगी. जिससे हम अच्छे समाज का निर्माण कर सकें. व्यक्ति अपना चहुमुखी विकास समाज में रहकर उसके संसाधनों का उपयोग करके सुविधाओं का उपभोग करके ही कर सकता है. वहीं मुकेश सोलंकी ने कहा कि समाज की एक महत्वपूर्ण विशेषता उसके उद्देश्य में पारस्परिक जागरूकता होना माना जाता है क्योंकि जागरूकता के बिना ना तो वह किसी को प्रभावित कर सकेंगे ना ही किसी से प्रभावित हो सकेंगे इसी कारण जागरूकता को उस अनिवार्य दशा के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए. 


संस्थान के अध्यक्ष भारता राम सुंदेशा ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया. कार्यक्रम में समाज के प्रतिभाओं का भी सम्मान किया गया. चढ़ावा लाभार्थियों का भी साफा माला पहनाकर बहुमान किया गया. इसके अलावा कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर शाम को सुप्रसिद्ध गायक कलाकार रामेश्वर माली व प्रकाश माली गोयली द्वारा एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां दी गई. साथ ही आगामी वार्षिकोत्सव हेतु चढ़ावा की बोलियां बोली गई.


ये लोग रहें मौजूद


कार्यक्रम में राजस्थान गौ सेवा आयोग सदस्य और महात्मा ज्योति फुले जागृति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोती बा फुले, पूर्व न्यायाधीश भलाराम परमार, भंवरलाल सोलंकी, पूर्व पालिकाध्यक्ष एम परमार, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष जेरुपाराम माली, मनोनीत पार्षद सीएल गहलोत, कपूर चंद गहलोत, प्रदेश महामंत्री महात्मा ज्योतिबा फुले जागृति मंच नाथू सोलंकी, लसीराम, बाबूलाल सुंदेशा, युवा संस्थान अध्यक्ष मुकेश सुंदेशा, मेघराज परमार,भाजपा नगर अध्यक्ष महेंद्र सोलंकी, जितेंद्र सांखला, डॉ प्रकाश गहलोत, अशोक परिहार, भंवरलाल सोलंकी , पारसमल सांखला, गणेशाराम सुंदेशा, अशोक टी परमार, किशोर सांखला, रामलाल सोलंकी, एडवोकेट श्रवण सैनी, सचिव सुरेश सोलंकी, दिपाराम सांखला, गजाराम सुन्देशा, सांवलाराम राम परिहार, पुखराज परमार, आसाराम सांखला, गलबाराम सुंदेशा, हजारीमल परमार , शंकर लाल सुंदेशा ,चेतन गहलोत सहित कई माली समाज के लोग उपस्थित रहें.


Reporter - Dungar Singh


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