झालावाड़: झालावाड़ जिले के भवानीमंडी कस्बे में गुरुवार दिनदहाड़े एक निजी अस्पताल में घुसकर बदमाशों ने वहां इलाज कराने पहुंचे पति पत्नी पर बेसबॉल डंडे और चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया था. अचानक हुए हमले में महिला अनीता की मौके पर ही मौत हो गई थी, वहीं गंभीर घायल पति जितेंद्र ने भी जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सीसीटीवी फुटेज आया सामने


रूह कंपा देने वाली इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है, कि अस्पताल परिसर में एक-एक कर चार बदमाश अंदर घुसते हैं, जिनके हाथों में बेसबॉल का डंडा है जिस पर कटीले तार लिपटे हुए हैं, वहीं कुछ बदमाशों के हाथ में चाकू भी है. भवानीमंडी के निजी अस्पताल परिसर में घुसे बदमाशों ने सबसे पहले महिला पर चाकू से हमला किया, जिससे उसका गला कट गया. उसके बाद बदमाशों ने पति जितेंद्र पर ताबड़तोड़ हमले शुरू किया.


कुछ बदमाश जितेंद्र पर चाकू से हमला करते नजर आए, तो एक बदमाश ने जितेंद्र के हाथ पकड़े हुए थे और दूसरा कटीले तारों से लिपटे बेसबॉल डंडे से जितेंद्र के शरीर के हर अंग पर वार कर रहा था. घटना इतनी हैवानियत भरी थी कि उसे देख पाना भी मुमकिन नहीं दिख रहा. करीब 5 से 7 मिनट तक ताबड़तोड़ वार करने के बाद चारों बदमाश हथियार लेकर अस्पताल परिसर से बाहर निकल गए. अचानक हुई घटना से अस्पताल में अफरा तफरी मच गई, लेकिन बदमाशों से दंपति को बचाने की कोई हिम्मत नहीं कर पाया. अस्पताल में खड़े मरीज और तीमारदार सहित स्टाफ भी इधर-उधर भाग कर जान बचाता दिखा.



ताबड़तोड़ हमले में महिला अनीता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था, वहीं जितेंद्र को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया जहां उसकी भी मौत हो गई. पुलिस द्वारा दोनों शवों का देर शाम को पोस्टमार्टम करवा दिया गया, लेकिन मौके पर पहुंचे राजपूत करणी सेना कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में परिजनों ने शव को लेने से मना कर दिया और 25 लख रुपए मुआवजा राशि तथा मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी की मांग की. हालांकि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा और एसडीएम द्वारा काफी समझाईश की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी और परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. आज सुबह 9:00 बजे तक भी शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में ही रखा हुआ है.


उधर मामले में जानकारी देते हुए झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने बताया कि वारदात का मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर और मृतक जितेंद्र सुनेल थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं. पहले दोनों में अच्छी दोस्ती थी, लेकिन कुछ माह पहले सरकारी भूमि पर भेरु गुर्जर ने गौशाला खोलकर उसकी आड़ में गो तस्करी करना चाहा, लेकिन जितेंद्र से जुड़े लोगों ने इसका विरोध किया और बाद में रंजिश बढ़ती चली गई. वारदात का मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर 2 महीने पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था. परिजनों के बताए अनुसार जितेंद्र द्वारा झालावाड़ एसपी के नाम भवानीमंडी पुलिस को परिवाद देकर खुद की जान को भैरू गुर्जर से खतरा बताया था.


कल गुरुवार को जितेंद्र अपनी पत्नी अनीता को दिखाने भवानीमंडी के एक निजी अस्पताल गया था, वहां भैरू गुर्जर अपने तीन अन्य साथियों के साथ पहुंचा और दंपत्ति की निर्मम हत्या कर दी.


एसपी रिचा तोमर ने बताया कि मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर सहित कुल चार आरोपियों को नामजद कर लिया गया है. सीमावर्ती मध्य प्रदेश पुलिस को भी सूचना भेजी गई है और पुलिस की 10 टीमें तलाशी अभियान में जुटी है. आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


बहरहाल दिनदहाड़े दंपती की हत्या से भवानीमंडी कस्बे के लोगों में भी दहशत का माहौल है, तो कहीं ना कहीं पुलिस के इकबाल पर भी सवाल उठ रहा कि क्या अब अपराधियों में पुलिस का भी भय नहीं रहा.


ये भी पढ़ें-


Rajasthan Politics: सनातन धर्म मामले में गजेंद्र सिंह का भाषण हुआ वायरल, ओवैसी ने मंत्री पर उठाए सवाल


हां, इस उपाय से कभी नहीं होगी डायबिटीज!जिनको है उनकी रहेगी कंट्रोल


Rajasthan Weather Update: चिपचिपी गर्मी से मिलेगी राहत,आज और कल बारिश का अलर्ट


जानिए, हाईवे के इन ट्रैफिक साइन का मतलब और बचा लीजिए 'जान'