झालावाड़ में लंबे वक्त से खाली पड़े हैं शिक्षकों के पद, नाराज ग्रामीणों ने स्कूल पर जड़ा ताला
Advertisement

झालावाड़ में लंबे वक्त से खाली पड़े हैं शिक्षकों के पद, नाराज ग्रामीणों ने स्कूल पर जड़ा ताला

Jhalawar News: झालावाड़ के भवानीमंडी उपखंड क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झिझनी में लंबे समय से शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं, जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई का नकसान हो रहा है. अब यहां के ग्रामीणों ने स्कूले के मेन गेट पर ताला जड़ है.

 

झालावाड़ में लंबे वक्त से खाली पड़े हैं शिक्षकों के पद, नाराज ग्रामीणों ने स्कूल पर जड़ा ताला

Jhalawar: झालावाड़ जिले के भवानीमंडी उपखंड क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झिझनी में लंबे समय से शिक्षकों के रिक्त चल रहे पदों को भरने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया.सूचना मिलने पर पहुंचे पूर्व सरपंच की समझाइश व अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, पूर्व विधायक से मिले आश्वासन पर करीब 2 घंटे बाद ग्रामीणों द्वारा ताला खोला गया.

गौरतलब है कि राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय झिझनी में कक्षा 1 से 12 तक कक्षाएं संचालित है, जिसमें 250 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. वर्तमान में विद्यालय में एक भी स्थाई अध्यापक पदस्थ नहीं है और अन्य शिक्षण स्थानों से लगाए हुए 4 शिक्षक कार्यरत हैं. 

क्रमोन्नत  को हुए दो साल

विद्यालय को कक्षा 12 में क्रमोन्नत किए हुए 2 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, जिसके बावजूद लेवल प्रथम के 4, लेवल द्वितीय के दो, वरिष्ठ अध्यापक के चार, व्याख्याता के तीन, शारीरिक शिक्षक का एक, कनिष्ठ सहायक का एक व प्रधानाचार्य का पद भी रिक्त चल रहा है.

अध्यापकों के पद रिक्त होने से लंबे समय से विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है, जिसे लेकर विगत दिनों ही पूर्व सरपंच द्वारा प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया को भी ज्ञापन सौंपा गया था, जिसके बाद भी विद्यालय में अध्यापकों को नहीं लगाए जाने पर ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर आज सुबह विद्यालय गेट पर ताला जड़ दिया, जिससे मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों, अभिभावकों व विद्यार्थियों की भीड़ जमा हो गई.

सरपंच ने ग्रामीणों को समझाया

सूचना पर पहुंचे पूर्व सरपंच लक्ष्मण सिंह पंवार द्वारा ग्रामीणों से समझाइश की गई, वहीं मौके पर ही अतिरिक्त मुख्य शिक्षा अधिकारी दामोदर शर्मा व पूर्व विधायक मदनलाल वर्मा से वार्ता कर आगामी 3 से 4 दिनों के भीतर विद्यालय में शिक्षकों को लगाने का आश्वासन दिया गया, जिस पर करीब 2 घंटे बाद ग्रामीण विद्यालय का ताला खोलने के लिए राजी हुए.

यह भी पढ़ें...

इस थाने में बाबा काल भैरव हैं थानेदार, बगल की कुर्सी पर बैठते हैं अधिकारी

मस्ती में जा रहे लकड़बग्घे का अचानक हुआ तेंदुए से सामना,...देखिए रोमांचक वीडियो

Trending news