Jhunjhunu: झुंझुनूं के चिड़ावा में 23 मार्च को एक रिटायर्ड फौजी के साथ नगरपालिका पार्षद निरंजनलाल सैनी, गंगाधर सैनी तथा पूर्व पार्षद विद्याधर सैनी समेत अन्य लोगों द्वारा की गई बर्बरतापूर्वक मारपीट का मामला झुंझुनूं में हुए मेघवाल समाज चेतना संस्थान के अधिवेशन में छाया रहा.


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इस अधिवेशन में बोलते हुए संस्थान के जिलाध्यक्ष सुरेश चितौसा और महासचिव राजकुमार तोगड़िया ने कहा कि जब रिटायर्ड फौजी काकोड़ा निवासी अशोक मेघवाल के कपड़े फाड़कर उसके साथ लाठियों से मारपीट का वीडियो सामने आ गया है. इसके बाद भी चार दिन बीत जाने के बाद पुलिस ने आज तक पार्षदों को गिरफ्तार नहीं किया है.


चिड़ावा पुलिस राजनैतिक दबाव में काम कर रही है, जब घटना के बाद एफआईआर दर्ज करवा दी तो भी पुलिस मामले में कोई कार्रवाई करने की बजाय पीड़ित अशोक पर ही समझौते का दबाव बना रही है. जो एक निष्पक्ष व जवाबदेह कानून व्यवस्था पर सवाल है. आपको बता दें कि 23 मार्च को रोडवेज बस परिचालक वेदप्रकाश सैनी के साथ रिटायर्ड फौजी अशोक मेघवाल की कहासुनी हो गई थी. इसके बाद परिचालक वेदप्रकाश सैनी के बुलावे पर पार्षद निरंजनलाल सैनी, पार्षद गंगाधर सैनी तथा पूर्व पार्षद विद्याधर सैनी समेत अन्य एक दर्जन लोग चिड़ावा के कबूतरखाना बस स्टैंड पर पहुंचे थे और रिटायर्ड फौजी की जमकर पिटाई की,जिसका वीडियो वायरल हो गया.


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इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से मामला भी दर्ज कराया गया है. मामले में पुलिस ने जांच की बात कही है, जबकि मांग यह हो रही है कि जब वीडियो वायरल हो गया है और सारा घटनाक्रम सामने आ गया है तो पार्षदों पर पुलिस रहम क्यों बरत रही है. इससे पहले अधिवेशन में समाज से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई. वहीं तय किया गया कि अशोक मेघवाल वाले मामले में कार्रवाई नहीं होने पर कलेक्ट्रेट पर धरना दिया जाएगा. इस मौके पर नई कार्यकारिणी का भी गठन किया.


Reporter- Sandeep Kedia