Bhed Harlaya Drinking Water Project Controversy: ओसियां क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत भेड़ हरलाया पेयजल परियोजना की स्वीकृति मिली है जिसका पिछले दिनों सरकारी खर्चे से निजी कार्यक्रम करके शिलान्यास किया गया.  शिलान्यास पट्टिका पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, पाली सांसद, ओसियां प्रधान सहित भाजपा जनप्रतिनिधियों के नाम नहीं होने पर ओसियां के पूर्व विधायक पूर्व संसदीय सचिव भैराराम सियोल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. 


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उन्होंने शिलान्यास कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रोटोकॉल के तहत विधिवत रूप से शिलान्यास कार्यक्रम करने के लिए कहा है जो नहीं किया गया. साथ ही ओसियां विधायक पर पेयजल परियोजना को अटकाने और सरकारी कार्यक्रम में भाजपा जनप्रतिनिधियों को जानबूझकर नजरअंदाज करने और क्षेत्र में विकास कार्यों की अनदेखी का भी आरोप लगाया. उन्होंने  कहा कि वे वाकास कार्यों के लिए जिला परिषद और विधायक कोटे के भी पैसे खर्च नहीं कर पाए.  पूर्व मंत्री सियोल ने कहा है कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के विशेष प्रयासों से गत 3 वर्षों में प्रदेश को 29 हजार करोड़ की बड़ी राशि विभिन्न पेयजल परियोजनाओं के लिए स्वीकृत की गई है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार की लापरवाही के कारण केंद्र के जरिए भेजी गई राशि को खर्च भी नहीं कर पाए.


 विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस द्वारा आमजन से किए गए वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया हालांकि शिलान्यास पट्टिका पर प्रोटोकॉल के तहत मुख्यमंत्री व राज्य के पीएचईडी मंत्री का भी नाम होना था लेकिन उसका भी उल्लेख नहीं था पूर्व विधायक ओसियां द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में ओसियां क्षेत्र की जनसमस्याओं के निराकरण के बारे में भी बताया गया.


क्या है भेड़ -हरलाया पेयजल परियोजना
जल जीवन मिशन के तहत केंद्र और राज्य की संयुक्त इस पेयजल परियोजना द्वारा 443 करोड की स्वीकृत राशि से 118 गांव में पेयजल पहुंचाया जाना है जिसमें लोहावट क्षेत्र के 87 गांव और ओसियां क्षेत्र के 31 गांव सम्मिलित हैं.


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