लूणी में पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए युवा संगठन बना रहे औषधीय लड्डू
पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बाजरी, दलिया, गुड़, अजवाइन, हल्दी, काली मिर्च, आंवला, गिलोय, नमक, मेथी, देशी शक्कर, खोपरा, डालडा-घी और डोलो मिला लड्डू बनाकर खिलाया जा रहा है.
Jodhpur: लंपी के मामले लगातार दिनों-दिन बढ़ रहे हैं, ऐसे में पशुपालन विभाग पशु पालकों को शिविर लगाकर जागरूक किया जा रहा है. पशुओं में बढ़ती लंपी बीमारी को देखते हुए लूणी के झालामंड गांव में युवा संगठन द्वारा गायों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए औषधि का निर्माण किया जा रहा है, साथ ही पूरे गांव में पशुओं में वितरण किया जाएगा. पशुओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बाजरी, दलिया, गुड़, अजवाइन, हल्दी, काली मिर्च, आंवला, गिलोय, नमक, मेथी, देशी शक्कर, खोपरा, डालडा-घी और दवाई में डोलो आयुरमेक्टिन औषधियों को मिलाकर पशुओं को लड्डू बनाकर खिलाया जा रहा है.
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इसमें डॉक्टर का कहना है कि कुछ लोग मवेशियों को इस बीमारी से बचाने के लिए ज्यादा दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसकी वजह से ओवरडोज होने से पशुओं की जान को भी खतरा हो जाता है. अधिक दवाई का इस्तेमाल न करें, जिनके पास ज्यादा मवेशी हैं, वह बीमार पशुओं के स्वस्थ मवेशियों से अलग रखें. उन्हें चारा डालने के बाद स्वस्थ मवेशियों को चारा डालने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह से साफ करें.
इसी तरह के एहतियात बरतने से ही पशुओं को इस बीमारी से निकलने में सक्षम बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना की तरह यह भी एक वायरस है, जो पशुओं को अपना शिकार बना रहा है. कोरोना की तरह इसके लिए भी कुछ एहतियात बरते जाए तो इस बीमारी को मात दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी का मुकाबला करने के लिए पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करना जरूरी है, इसके लिए हरा चारा, जौ का दाना और सरसों की खली समय-समय पर दे. भूसा से परहेज करें. वहीं, बीमारी फैलने से पशुओं में दूध का भी उत्पादन घटा है, ऐसे में पशुपालकों की भी चिंता बढ़ गई है.
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