गणेश विसर्जन 2023 आज शाम को सिर्फ दो बेहद शुभ मुहूर्त, जानें विसर्जन की सही विधि और नियम
Ganesh Visarjan 2023: आज गणेशोत्सव का आखिरी दिन है. आज अंनत चतुर्दशी भी है. अगर अभी तक आप गणेश जी को विसर्जित नहीं कर पाएं हैं या सुबह के शुभ मुहूर्त निकल चुके हैं, तो अभी भी शाम के सिर्फ दो लेकिन बेहद शुभ मुहूर्त बाकी है. जब गणपत्ति बप्पा की विदाई की जा सकती है.
Ganesh Visarjan 2023: आज गणेशोत्सव का आखिरी दिन है. आज अंनत चतुर्दशी भी है. अगर अभी तक आप गणेश जी को विसर्जित नहीं कर पाएं हैं या सुबह के शुभ मुहूर्त निकल चुके हैं, तो अभी भी शाम के सिर्फ दो लेकिन बेहद शुभ मुहूर्त बाकी है. जब गणपत्ति बप्पा की विदाई की जा सकती है.
गणेश विसर्जन शाम मुहूर्त - शाम 04.41 PM से लेकर 9.10 PM तक
गणेश विसर्जन रात्रि मुहूर्त - 12.12 AM से लेकर 1.42 AM रात तक
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गणेश विसर्जन विधि (Ganesh Visarjan Puja vidhi)
गणेश विसर्जन के दिन गजानन विधि विधान से पूजा कर लाल, पीले रंग के वस्त्र पहन लें. फिर दूर्वा, मोदक, लड्डू, सिंदूर, कुमकुम, अक्षत, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, हल्दी, नारियल, फूल, इत्र और फल अर्पित करें. साथ ही घर या पंडाल जहां गणपति स्थापित किए गये थे वहां आरती और हवन करें . एक पाट पर गंगाजल छिड़कें. स्वास्तिक बनाकर लाल कपड़ा बिछा दें. गणपति प्रतिमा और उन्हें अर्पित की सभी सामग्री पाट पर रखकर ढोल, नगाड़ों के साथ विसर्जन के लिए निकल जाएं. नदी, तालाब के तट पर विसर्जन से पहले दोबारा गणेश जी की कपूर से आरती कर केला आर्पित करें. अपनी गलतियों के लिए माफी मांगकर अगले साल फिर से आने की कामना करें.
गणेश विसर्जन बीज मंत्र
ॐ गच्छ गच्छ सुरश्रेष्ठ, स्वस्थाने परमेश्वर
यत्र ब्रह्मादयो देवाः, तत्र गच्छ हुताशन
ये करना ना भूलें
गणेश विसर्जन के समय कलश पर रखें नारियल को भी जल में प्रवाहित कर दें, इसे फोड़ना नहीं है. आप चाहें तो घर में ही प्रतिमा का किसी साफ बर्तन में विसर्जन कर सकते हैं और पानी में प्रतिमा के घुलने के बाद इस गीली मिट्टी को गमले में डाल दें.