Old Shoes as Per Astrology: कहते हैं कि जिंदगी में आने वाली कई परेशानियों के पीछे वास्तु दोष होता है. कई बार इंसान अपनी रोज की जिंदगी में ऐसी छोटी-छोटी गलतियां करता है, जो कि उसकी कंगाली की वजह बन जाती हैं. इनमें से एक वजह जूते-चप्पलों से भी जुड़ी होती है. वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि कभी भी घर में पुराने फटे जूते-चप्पल नहीं रखना चाहिए. हमेशा घर में चप्पलों को सेटिंग से रखना चाहिए. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके घर में कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं. कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो किसी भी दिन जूते-चप्पलों को घर से बाहर निकाल फेंकते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. माना जाता है कि जूते-चप्पलों को भी घर से बाहर निकलने का सही दिन होता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पुराने जूते-चप्पलों को हमेशा शनिवार के दिन घर से बाहर निकलना अच्छा माना जाता है, इसके लिए आप अपने जूते-चप्पलों को किसी भी शनि मंदिर के बाहर छोड़ सकते हैं.
कहा जाता है शनिवार के दिन अपने पुराने जूते-चप्पलों को बाहर निकलने से शनि देव की कुदृष्टि से छुटकारा मिलता है. इसके साथ ही इस दिन जूते-चप्पल बाहर फेंकने से किसी तरह का दोष भी नहीं लगता है.
कई लोग ऐसे होते हैं जो कि अपने बेड के नीचे जूते चप्पल रखते हैं लेकिन ऐसा करना गलत होता है. इससे इंसान की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है और ऐसी भूल कभी नहीं करनी चाहिए.
कई लोगों को जूते चप्पलों का शौक होता है तो किसी भी दिन इन्हें खरीद लेते हैं लेकिन जूते चप्पलों को खरीदने के लिए शुक्रवार का दिन सबसे बेहतर माना जाता है.
जो लोग गलत दिन जूते-चप्पल खरीदते हैं या फिर घर से बाहर निकाल सकते हैं, उससे उन्हें शनि दोष लगता है और इससे उनके घर में आर्थिक संकट आ जाता है.
जूते चप्पलों का सीधा संबंध न्याय के देवता शनि देव से जुड़ा होता है. अगर किसी के घर में ज्यादा पुराने जूते चप्पल रखे हुए हैं और लंबे समय तक रखे हैं तो इससे घर में वास्तु दोष पैदा होने लगता है और जीवन की तरक्की और बरकत पर बुरा असर पड़ता है.
माना जाता है कभी भी घर में पुराने जूते-चप्पल नहीं रखना चाहिए. वास्तु की मानें तो इससे घर में नकारात्मकता पैदा होती है और सेहत पर बुरे असर पढ़ते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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