सचिन पायलट को सूर्य और शनि से मिली लोकप्रियता, 2025 में चमकेगा सितारा
कुछ लोग सिल्वर स्पून(Silver Spoon) लेकर पैदा होते हैं. लेकिन फिर भी मेहनत के बाद भी इच्छित सफलता नहीं पाते. साल 2009 के चुनाव से पहले राजस्थान(Rajasthan) में हुए परिसीमन(Delineation) ने राजनैतिक तस्वीर को बदल दिया था. ये बदलाव सचिन पायलट(Sachin Pilot) को भी झेलना पड़ा था. तब से लेकर अबतक कई बार खुद को साबित करने के बाद भी सचिन पायलट सीएम नहीं बन पाएं. पायलट के समर्थक इसके लिए चाहे जो वजह दें लेकिन ज्योतिषीय (ASTROLOGY)दृष्टि से देखा जाए तो...
केतु करा रहा संघर्ष
वृश्चिक लग्न और मिथुन राशि में जन्मे सचिन पायलट का मूलांक 7 है. जो उन्हे बहुत अच्छा वक्ता बनाता है. कुंडली में 2,8 और 7वें स्थान पर केतु हैं जो राजनीतिक सफलता की तरफ इशारा करते हैं. लेकिन केतु संघर्ष का कारक होता है.
सूर्य कुंडली में मजबूत
सिंतबर के बाद सचिन पायलट 46 वें साल में प्रवेश करेंगे. सिंतबर के बाद का समय सचिन पायलट के लिए अच्छा कहा जा सकता है. कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति ने पायलट को प्रतिभाशाली बनाती है.
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विरोधी देंगे चुनौती
कुंडली में केतु की स्थिति सचिन पायलट की गुप्त योजनाओं को पूरा नहीं होने देती है और अभी संघर्ष जारी रहेगा. जहां विरोधी एक से ज्यादा होंगे. जुलाई के अंत से लेकर अगस्त के मध्य तक पायलट अपने विरोधियों को कड़ी चुनौती देंगे.
शनि की महादशा
फिलहाल शनि की महादशा और राहु का अंतर कुंडली में है. 8वें भाव में सूर्य, राहु और बुध फिर से विद्रोह की भावना को प्रबल करेंगे. लेकिन गुरु की शुभ स्थिति में नहीं होने से कामयाबी नहीं मिल सकती.
इस समय बनेगा राजयोग
जुलाई से अक्टूबर के बीच राजयोग बनेगा और उच्च पद मिल सकता है. साथ ही सामाजिक प्रतिष्ठा और बढ़ेगी. लेकिन फिर दिसंबर में राहु केतु और मंगल के चलते विरोधी प्रबल हो जाएंगे और संघर्ष का समय होगा. साल 2025 में सचिन पायलट कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं जो राजयोग को प्रबल करेगा. राजनीतिक रूप से कोई उच्च पद मिल जाएगा. (डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जी मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है.)