कुछ लोग अपना भाग्य खुद बनाते हैं तो कुछ भाग्य लेकर पैदा होते हैं. ऐसा ही कुछ वसुंधरा राजे की कुंडली में देखने को मिलता है. ऐसी कुंडली लाखों में किसी एक की ही होती है. कर्क लग्न में जन्मी वसुंधरा राजे के लिए साल 2023 लकी साबित हो सकता है.
क्या अशोक गहलोत की कुंडली में फिर बन गया है राजयोग !
वसुंधरा राजे की कुंडली में शत्रुहंता राजयोग है. ऐसे योग वाले लोग अपने सहयोगियों को अंत तक संरक्षम देने वाले और विरोधियों को हराने वाले होते हैं. शनि की मजबूत स्थिति के चलते शत्रु खुद समझौता करने को आतुर हो जाते हैं.
कुंडली में शनि की स्थिति के चलते आम लोगों में वसुंधरा राजे को लोकप्रियता दिलायी है. इतना प्रभावशाली कुंडली में फिलहाल राहु और गुरु की स्थिति थोड़ा परेशानी ला रही है. लेकिन अगर ये चुनौतियां वसुंधरा राजे से पार कर ली तो अगले 10 साल तक उनकी ऊंचाइयों को कोई छू तक नहीं पाएगा.
खासतौर पर कुंडली में राहु की महादशा में बुध की अतंर्दशा के चलते विशेष राजयोग स्थिति बन रही है. जो जून 2025 तक रहेगी. वहीं मई से अक्टूबर के बीच षष्टम भाव में राहु, गुरु और बुध की स्थिति प्रतिकूल रह सकती है. लेकिन 10वें भाव में ग्रहों की शुभ स्थिति राष्ट्रीय स्तर पर पद दिला सकती है.
कुंडली में बन रहे राजयोग के चलते पार्टी में कोई शीर्ष पद मिल सकता है, हालांकि इसे अपनाने में थोड़ी परेशानी महसूस हो सकती है. लेकिन नंवबर के बाद ग्रहों की चाल ऐसे पलटेगी की विरोधी दुर्बल हो जाएगे और राजपद मिल कर रहेगा. गजकेसरी योग प्रबल होने से राजस्थान की राजनीति में बड़ा बदलाव होगा.
आगामी चुनावों में ग्रहों की दशा के अनुसार वसुंधरा राजे का प्रभाव कम नहीं होगा और बढ़ेगा साथ ही किसी प्रतिष्ठित पद पर बैठने के योग बन रहे हैं. ये पद राष्ट्रीय स्तर पर भी हो सकता है. (डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जी मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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