कहते हैं भाग्य का लिखा कोई नहीं मिटा सकता है. ये बात आम आदमी पर भी लागू होती है और खास पर भी. हांलाकि इसे मानना या नहीं मानना आपके खुद के विवेक पर हैं. राजस्थान में चुनाव ज्यादा दूर नहीं है. किसके सितारे बुलंद हैं और किसको मुंह की खानी पड़ सकती है. एक ज्योतिष की नजर से देखें तो तस्वीर काफी हद तक साफ होती दिखती है.
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सबसे पहले बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की. अशोक गहलोत मिथुन लग्न में जन्मे हैं. जिसका स्वामी ग्रह गुरु हैं. स्वभाव में इस लग्न के लोग साहसी, शक्तिशाली, मेहनती और चपल बुद्धि के स्वामी होते हैं. मुख्यमंत्री गहलोत का मूलांक 3 और भाग्यांक 6 है.
कुंडली में सूर्य की उच्च स्थिति के चलते मुख्यमंत्री हर परेशानी का सामना आसानी से कर पाते हैं. लेकिन गुरु और राहु फिलहाल कार्यक्षेत्र में चुनौती लेकर आए हैं.
कुंडली के अनुसार दो महीने बाद यानि की अगस्त और सितंबर में सेहत को लेकर ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होगी. वहीं अक्टूबर-नवंबर में चुनौतियां फिर से सामने आएंगी. लेकिन राहु-केतु के राजयोग बनाने से सभी संकट कट जाएंगे. वसुंधरा राजे की कुंडली में शत्रुहंता राजयोग, लाखों में एक होती हैं ऐसी कुंडली
कुंडली में राहु की महादशा और गुरु की अंतरदशा दिसंबर में समाप्त होगी. इस दौरान कोई विरोधी परेशान नहीं कर सकेगा. राहु केतु चुनावों में सफलता के संकेत दे रहे हैं और प्रतिष्ठा भी बनी रहने की संभावना है.
कुंडली में प्रबल गज केसरी योग होने से कांग्रेस पार्टी में उच्च स्थान हमेशा रहेगा. आगामी चुनावों को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के योग बहुत अच्छे हैं. (डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जी मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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