Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले लालचंद कटारिया ने क्यों छोड़ा कांग्रेस का दामन, ये वजह आई सामने
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Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले लालचंद कटारिया ने क्यों छोड़ा कांग्रेस का दामन, ये वजह आई सामने

Lok Sabha Election 2024 :  राजस्थान लोकसभा चुनाव 2024 (Rajasthan Lok Sabha Election 2024) से पहले कांग्रेस के बड़े नेता लालचंद कटारिया (Lalchand Kataria) ने कांग्रेस छोड़, बीजेपी का दामन थाम लिया है. उनके इस कदम के पीछे ये बड़ी वजह बताई जा रही है.

 

Lalchand Kataria

Rajasthan Lok Sabha Election 2024 : राजस्थान कांग्रेस के कद्दावर नेता लालचंद कटारिया (Lalchand Kataria) भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं.  कटारिया के BJP में शामिल होने की खबर के बाद से ही लोगों को उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार था. लोग ये समझने की कोशिश कर रहे हैं, कि आखिर उन्होंने कांग्रेस का दमान क्यों छोड़ा. गहलोत सरकार में मंत्री रहे लालचंद कटारिया, मनमोहन सरकार में भी मंत्री रहे चुके हैं. इसके बावजूद, उनके बीजेपी में शामिल होने की क्या वजह हो सकती है, इसे जानने में जनता की खासी उत्सुकता है.

कटारिया ने जताया PM मोदी पर भरोसा 

बीजेपी में शामिल होने के बाद,  लालचंद कटारिया ने कांग्रेस को छोड़ने के पीछे की मुख्य वजह बताई. उन्होंने कहा कि, वह अंतरात्मा की आवाज पर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं. उन्हें पीएम मोदी (PM Modi) के नेतृत्व पर भरोसा है. उन्होंने कहा, कि ERCP को लेकर गहलोत सरकार ने भी प्रयास किया था, लेकिन इसको लेकर मेन काम सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) ने किया है. बता दें, कि कटारिया राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के नजदीकी नेताओं में से एक रहे हैं. वह गहलोत सरकार में कृषि मंत्री और मनमोहन सरकार के दौरान भी मंत्री रह चुके हैं.

राजस्थान कांग्रेस को लगा बड़ा झटका

लोकसभा चुनाव से पहले एक के बाद एक बड़े नेताओं का पार्टी छोड़ना, कांग्रेस के लिए बड़े झटकों से कम नहीं है. इस घटनाक्रम पर नजर रख रहे सियासी पंडितों का कहना है, कि लालचंद कटारिया अपनी अनदेखी से खफा थे. शायद इसी वजह से उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाग लेने से भी मना कर दिया था. बताया जा रहा है, कि इसके बाद उनकी जगह झोटवाड़ा से युवा लीडर अभिषेक चौधरी को कांग्रेस से टिकट मिला था. वहीं, कुछ जानकार कह रहे हैं, कि कटारिया जांच एजेंसियों की नजर में भी थे. एक वजह यह भी हो सकती है, कि उन्होंने अपने बिजनेस को बचाने के लिए बीजेपी का दामन थामा हो.

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