नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने किया नए संसद भवन के बहिष्कार का ऐलान, लेकिन वजह है कुछ और, जानें
Rajasthan Politics: जंतर-मंतर पर आंदोलित पहलवानो के सम्मान और समर्थन में नागौर हनुमान बेनीवाल के संसद के नए भवन के लोकार्पण कार्यक्रम का बहिष्कार ऐलान किया है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में केंद्र सरकार ने हनुमान बेनीवाल को भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया था
Rajasthan Politics:राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो तथा राजस्थान के नागौर से लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने 28 मई को दिल्ली में संसद के नए भवन का लोकार्पण कार्यक्रम का दिल्ली में जंतर मंतर पर आंदोलित पहलवानों के समर्थन में और पहलवानों के सम्मान में बहिष्कार करने की घोषणा की.
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सोशल मीडिया पर लाइव आकर किया एलान
गौरतलब है की लोक सभा में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का नेतृत्व करने तथा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में केंद्र सरकार ने हनुमान बेनीवाल को भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया था ! सांसद ने शुक्रवार शाम सोशल मीडिया पर लाइव आकर कहा की मुझे अफसोस के साथ यह कहना पड़ रहा है कि आज हमारे देश के नामी पहलवान जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम रोशन किया और पद्म अवॉर्ड और अर्जुन अवॉर्ड जैसे महत्वपूर्ण सम्मानो से उन्हें सरकारों ने नवाजा उन्हें मजबूरन विगत 35 दिनों से देश की राजधानी में धरना देना पड़ रहा है क्योंकि पूरी केंद्र सरकार एक बाहुबली सांसद के आगे नतमस्तक है.
बेनीवाल ने कहा की पीएम मोदी को संसद भवन के लोकार्पण से पहले पहलवानों के आंदोलन की तरफ ध्यान देते हुए बाहुबली सांसद के खिलाफ कार्यवाई करने की जरूरत है. मगर प्रधानमंत्री ने कर्नाटक चुनाव में मिली करारी हार और पहलवानों के आंदोलन से देश का ध्यान भटकाने के लिए आनन- फानन में संसद के नए भवन का लोकार्पण कार्यक्रम रख दिया. बेनीवाल ने कहा की आज संवैधानिक संस्थाओं पर खतरा- मंडरा रहा है, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय जिस प्रकार सीबीआई और ईडी जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग तत्कालीन सरकारों द्वारा किया गया.
उसी तर्ज पर केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा भी सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है जो संविधान की भावना के खिलाफ है,सांसद ने कहा की एक संसद सदस्य के खिलाफ देश के नामी पहलवानों ने गंभीर आरोप लगाए हैं और सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज हो गई लेकिन, सरकार उस बाहुबली सांसद के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है, इसलिए सरकार को संसद भवन के लोकार्पण से पूर्व दिल्ली में जंतर-मंतर पर आंदोलन पहलवानों की भावना के अनुरूप तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा की बेटियां आंदोलित है इस कारण मैं केंद्र सरका के जश्न में शामिल नहीं हो सकता और पहलवानों के समर्थन में और उनके सम्मान में संसद के नए भवन के लोकार्पण कार्यक्रम का बहिष्कार करता हूं ,बेनीवाल ने इस भवन के शिलान्यास कार्यक्रम के समय तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नही बुलाने तथा अभी लोकार्पण के समय वर्तमान राष्ट्रपति को नही बुलाने के मामले को केंद्र की हठधर्मिता व मनमर्जी बताया और कहा ऐसे कार्यक्रमो से पहले पीएम को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया .
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