राजस्थान में खाना पकाने का अपना अनोखा स्वाद होता है. यहां स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करने के लिए सरल व बुनियादी सामग्री का उपयोग किया जाता है.इस क्षेत्र में कठोर जलवायु कम वर्षा ताज़ी हरी सब्जियाँ उगाने के लिए सहीं नहीं है.यहां मौसमी सब्जियाँ उगाई जाती हैं जिसे धूप में सुखाया जाता है जिससे साल भर उनका इस्तेमाल किया जा सके.
मंगोड़ी की सब्जी प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ है. मंगोड़ी की सब्जी स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक माना जाता है. इसको मसालेदार और तीखा भोजन कहा जाता है. इसको मंगोड़ी मूंग की दाल से बड़ी आसानी से बनाई जाती है. इसे मूंग दाल की बड़ी भी कहा जाता हैं इसे चपाती, पराठे या गरमा गरम चावल के साथ खाने में ज्यादा मजा आता है.
मंगोडी की सब्जी बनाने के लिए टमाटर बारीक कटे हुए, नमक,लाल मिर्च पाउडर,,धनिया पाउडर , हल्दी पाउडर ,हरी मिर्च , गरम पानी , धनिया पत्ती, घी , सरसों, चम्मच जीरा ,चम्मच हींग, मंगोड़ी , टुकड़े मंगोड़ी .
राजस्थान में कठोर जलवायु कम वर्षा ताज़ी हरी सब्जियाँ उगाने के लिए सहीं नहीं है. यहां मौसमी सब्जियाँ उगाई जाती हैं जिसे धूप में सुखाया जाता है .राजस्थानी व्यंजन मसालेदार और तीखा होता है.