राजसमंद कारागृह में कैदियों को मिल रहा इमली का रस, भीषण गर्मी को देखते हुए व्यवस्था
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1198482

राजसमंद कारागृह में कैदियों को मिल रहा इमली का रस, भीषण गर्मी को देखते हुए व्यवस्था

सबसे खास बात यह है कि यदि कोई गरीब कैदी वकील करने में असमर्थ होता है तो उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से निशुल्क वकील उपलब्ध करवाया जाता है. जिला कारागृह में कैदियों से उनके परिजन मंगलवार, बुधवार, शनिवार और रविवार को मिलने का समय निर्धारित किया गया है.

राजसमंद कारागृह में कैदियों को मिल रहा इमली का रस, भीषण गर्मी को देखते हुए व्यवस्था

Rajsamand: भीषण गर्मी को देखते हुए राजसमंद जिला कारागृह में कैदियों को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं. डीजी जेल राजस्थान भूपेंद्र दक के निर्देशानुसार गर्मी में कैदियों की तबीयत खराब न हो, इसके लिए चिकित्सा व्यवस्था के साथ साथ उनके खानपान का भी ध्यान रखा गया है. अभी गर्मी को देखते हुए राजसमंद जिला कारागृह में कैदियों को इमली, नींबू का रस और कैरी की सब्जी दी जा रही है ताकि गर्मी की मार से कैदी दूर रहे.

बता दें कि राजसमंद कारागृह को 55 कैदियों का रखा जा सकता है लेकिन अभी यानि वर्तमान में 176 कैदियों को रखा गया है तो वहीं ओपन जेल में 11 कैदी सजा काट रहे हैं. जानकारी के अनुसार, नई जेल के लिए पुलिस लाइन के पास जमीन आवंटित हो चुकी है. फिलहाल बजट के अभाव में नई जेल का काम धीमा पड़ा है. सूत्रों के अनुसार, बताया जा रहा है कि नई जेल के निर्माण में करीब 27 करोड़ रुपए का खर्च आएगा, जिसमें कैदियों को रखने में कोई परेशानी नहीं आएगी.

समय-समय पर ली जाती बैरक की तलाशी
ज़ी मीडिया ने राजसमंद जिला कारागृह के जेलर राजूराम विश्नोई से वार्ता की तो उन्होंने बताया कि डीजी जेल भूपेंद्र दक के निर्देशानुसार अभी भी कोरोना गाइड लाइन की पालना की जा रही है. नए कैदियों की कोरोना जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें अन्य कैदियों के साथ रखा जाता है. जेलर राजूराम विश्नोई ने बताया कि ऑपरेशन प्लेस आउट के तहत समय-समय पर कैदियों के बैरक की तलाशी ली जाती है. कैदियों की चिकित्सा व्यवस्था के लिए जेल में एक डॉक्टर और एक नर्स की व्यवस्था की गई है तो वहीं महिला कैदियों को तुरंत उदयपुर जेल में भेज दिया जाता है.

सबसे खास बात यह है कि यदि कोई गरीब कैदी वकील करने में असमर्थ होता है तो उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से निशुल्क वकील उपलब्ध करवाया जाता है. जिला कारागृह में कैदियों से उनके परिजन मंगलवार, बुधवार, शनिवार और रविवार को मिलने का समय निर्धारित किया गया है.

क्या कहना है नर्सिंग ऑफिसर मदनलाल का
राजसमंद कारागृह में चिकित्सा व्यवस्था संभाल रहे नर्सिंग ऑफिसर मदनलाल ने बताया कि जेल में समय समय पर कैदियों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है. इतना ही जरूरत पड़ने पर शिविर भी लगाया जाता है. जेल में आने वाले नए कैदियों की कोरोना जांच की जा रही है.

यह भी पढे़ं- आमेर अस्पताल में अजीबोगरीब वाकया, मरी महिला को बेहोश बताकर युवक हुआ फरार

Trending news