Rajsamand News: अवैध खनन पर राजसमंद जिले में पूरी तरह से रोक लगाने को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. अवैध खनन के रोकथाम को लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स का भी गठन किया हुआ है लेकिन जिले में अवैध खननकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं. 


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बता दें कि राजसमंद मुख्यालय से लगभग 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित केलवा चौपाटी के पास हिम्मतपुरा जौलाई जाने वाले रास्ते में अवैध खनन माफिया ने पहाड़ को पूरी तरह से छलनी कर दिया है तो वहीं यहां से बाहर निकलने पर थोड़ी ही दूरी पर भगवानपुरा में भी एक नजारा और देखने को मिला जहां पर खातेदारी जमीन से रात के अंधेरे में अवैध बजरी निकाली जा रही है. 


ऐसे में यहां के लोगों का कहना है कि रात के अंधेरे में इस अवैध कार्य को अंजाम दिया जाता है। इनकी शिकायत करने पर संबंधित विभाग द्वारा कार्रवाई के नाम पर इतिश्री कर दी जाती है. बताया गया कि खनन माफियाओं को कार्रवाई की सूचना पहले ही मिल जाती है. ऐसे में वह यहां से अपने संसाधन लेकर फरार हो जाते हैं.


वहीं, ज़ी मीडिया द्वारा इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की गई तो अवैध खनन के साथ साथ आज के दौर में चक्रवर्ती ब्याज का भी प्रकरण सामने आया है. सबसे खास बात यह है कि यह प्रकरण राजसमंद के केलवा थाने तक पहुंच चुका है, जिसकी जांच की जा रही है. बता दें कि केलवा निवासी हेमंत सिंह राजावत और नंदलाल तेली एक दूसरे के संपर्क में आए. समय निकलता गया और दोस्ती गहरी होती चली गई. 


इस दौरान हेमंत सिंह राजावत ने नंदलाल तेली को खनन के लिए मशीनरी उपलब्ध करवाई लेकिन धीरे-धीरे रूपए के लेन देने को लेकर दोनों में तकरार बढ़ गई. तकरार इनती बढ़ गई कि पूरा प्रकरण केलवा थाने तक पहुंच गया. थाने में नंदलाल तेली ने हेमंत सिंह राजावत के खिलाफ मकान, गाड़ी और मशीन हड़पने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है. इतना ही नहीं सबसे बड़ा आरोप यह भी लगया है कि मुझसे चक्रवर्ती ब्याज वसूला जा रहा है, जिसके चलते मैं परेशान हो गया हूं. इस चक्रवर्ती ब्याज से मैं ही नहीं मेरे जैसे पता नहीं कितने लोग होंगे.


सबसे बड़ा सवाल यह है कि केलवा चौपाटी के पास साकेत धाम के पास हो रहे अवैध खनन की अभी तक किसी को भनक नहीं पड़ी.  बता दें कि चारागाह भूमि पर यह अवैध खनन किया जा रहा है, जबकि पास में ही पर्यावरण को बचाने वाला एक सरकारी दफ्तर भी बना हुआ. इस पहाड़ को छलनी करने के दौरान अवैध खनन माफियाओं द्वारा ब्लास्ट भी किए गए जबकि पूरा अवैध खनन हाईवे के बिल्कुल पास में हो रहा है. ऐसे में अब सवाल उठ रहा है क्या हाईवे से निकलने वाले अधिकारियों की इस पर नजर नहीं पड़ी.


पूरे मामले को लेकर हेमंत सिंह राजावत से बात की गई तो उन्होंने बताया मैंने नंदलाल तेजी को खनन के लिए संसाधन उपलब्ध करवाए थे. प्रभावशाली लोगों के साथ मिलकर वह अवैध खनन करना चाह रहा था. ऐसे में मैंने मेरे साधन खड़े करवा लिए जिसके बाद मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. हेमंत ने आरोप लगाया है कि माइनिंग विभाग को मैंने इसकी शिकायत की थी लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है. ऐसे में माइनिंग वाले इन माफियाओं को पहले सूचना देकर उनके साधन हटवा देते हैं और फिर कार्रवाई करते हैं. 


केलवा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले नंदलाल तेली से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे उपर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह सभी झूठे हैं. समय-समय पर संसाधनों का रेंट मेरे द्वारा दिया गया है. मेरे उपर ब्याज इतना लगा दिया कि मैं इससे परेशान हो गया हूं. मेरा मकान, मेरी गाड़ी सब गिरवी रखे हुए हैं. मेरे जैसे कई लोग चक्रवर्ती ब्याज के जाल में फंसे हुए हैं. नंदलाल ने मीडिया के माध्यम से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. 
 
इस पूरे मामले को लेकर केलवा थानाधिकारी ओम सिंह चुंडावत से बात की गई तो उन्होनें बताया कि थाने में प्रार्थी नंदलाल तेजी ने हेमंत सिंह राजावत के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया है. जिस पर नोटिस भी जारी किए गए हैं. फिलहाल अभी इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है. 


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