बीती रात एक बाघ रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान से निकल कर सड़क की ओर आ गया और यह मामला अमरेश्वर वन क्षेत्र के पास का बताया जा रहा है.
Trending Photos
Sawai madhopur: सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क से वन्यजीवों और खासतौर से टाइगर के बाहर आने की घटनाएं यूं तो आए दिन होती रहती है लेकिन इस बार मामला उस वक्त सुर्खियों में आ गया जब नेशनल पार्क से निकलकर एक बाघिन के बाहर आने पर वीडियो वायरल करने वाले कांग्रेस के एक पार्षद को वन विभाग ने नोटिस थमा दिया. मामला पूरी तरह से राजनीतिक सुर्खियों में आ गया है.
यह भी पढ़ें- बामनवास में तमंचे की नोक पर हुई बैंक डकैती, फायरिंग के बाद फैल गई सनसनी
रणथंभौर नेशनल पार्क से विगत रात्रि एक टाईगर निकलकर सड़क की ओर आ गया. यह मामला अमरेश्वर वन क्षेत्र के पास का बताया जा रहा है, जहां देर शाम बाघ की एक झलक पाकर कई अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे, जहां कई लोगों द्वारा बाघ पर वाहनों की हेड लाइट मारते हुए वीडियो भी बनाया गया.
इस दौरान नगर परिषद के पार्षद फुरकान अली भी मौके पर पहुंचे जहां अन्य लोगों की तरह ही उन्होंने भी अपने मोबाइल से वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया लेकिन यह मामला वन विभाग को नागवार गुजरा और वन विभाग की ओर से सोशल मीडिया पर टाइगर एक्टिविटीज को हाईलाइट करने वाले नगर परिषद कांग्रेसी पार्षद फुरकान अली को वन विभाग की ओर से कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया और तीन दिन में जवाब मांगा है. वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम के तहत अपराध की श्रेणी में मानते हुए वन विभाग ने पार्षद को नोटिस जारी किया है.
इस मामले में नगर परिषद पार्षद फुरकान अली का कहना है कि उनके खिलाफ विगत कुछ समय से राजनीतिक द्वेषता से ओतप्रोत दबाव बनाकर कार्यवाही की जा रही है. फुरकान अली का कहना है कि जिस वक्त उन्होंने वीडियो बनाया उस वक्त मौके पर अन्य भी कई लोग थे.
उन्होंने भी वीडियो बनाया था इसके अलावा वे रणथंभौर की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर थे. वन क्षेत्र में भी इस दौरान उन्होंने कदम नहीं रखा. ऐसे में उन्होंने वन विभाग द्वारा की गई कार्यवाही को राजनीतिक द्वैषता करार दिया है.
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्षद फुरकान अली की पिछले कुछ समय से लगातार सवाई माधोपुर के ही एक बड़े नेता से अनबन चली आ रही है. ऐसे में राजनीतिक द्वेषतापूर्ण कार्यवाही इसका प्रत्यक्ष प्रमाण भी है. इससे पूर्व भी सड़क पर कई मर्तबा टाईगर आया है और लोगों द्वारा इसके वीडियो बनाकर वायरल भी किए हैं लेकिन यह मामला पूरी तरह से राजनीति से ओतप्रोत बताया जा रहा है. देखना होगा कि मामले में अब क्या कार्यवाही की जाती है.
Reporter: Arvind Singh