आरपीएफ कॉन्स्टेबल जीवन रक्षक पदक से सम्मानित, जानें क्या है पूरा मामला
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आरपीएफ कॉन्स्टेबल जीवन रक्षक पदक से सम्मानित, जानें क्या है पूरा मामला

कोटा मण्डल के सवाईमाधोपुर आरपीएफ पोस्ट पर तैनात मुकेश चौधरी को 2020 के जीवन रक्षक पदक से सम्मानित किया गया है.

आरपीएफ कॉन्स्टेबल जीवन रक्षक पदक से सम्मानित, जानें क्या है पूरा मामला

Sawai Madhopur:  सवाईमाधोपुर आरपीएफ पोस्ट पर तैनात कॉस्टेबल मुकेश चौधरी को जीवन रक्षक पदक 2020 से सम्मानित होने पर आरपीएफ अधिकारियों एवं साथी जवानों नें मुकेश का स्वागत किया. साथ ही उन्हें सम्मानित होने पर बधाई दी.

कोटा मण्डल के सवाईमाधोपुर आरपीएफ पोस्ट पर तैनात मुकेश चौधरी को 2020 के जीवन रक्षक पदक से सम्मानित किया गया है. भारत के राष्ट्रपति की ओर से इस सम्मान के लिए मुकेश चौधरी के नाम की अभिशंषा की गयी और 27 मई को दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मुकेश चाधरी को सम्मानित किया.

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बताते चलें कि 30 जुलाई 2019 को दरा स्टेशन पर यात्रा के दौरान पिता अपनी बेटी से साथ ट्रेन में चढ रहे थे कि अचानक बेटी हाथों से फिसल गयी और पटरियों का जा गिरी. मुकेश चौधरी उस दौरान आस पास ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्लेटफार्म पर ही तैनात थें और अपनी डूयटी दे रहे थे. 3 वर्षीय बिटिया के हाथ से गिरते ही पिता की चिल्लाहट सुनकर मुकेश ने करन्ट की स्पीड से दौड़ कर प्लेटफार्म पर लेटकर बहादुरी का परिचय देते हुए माूसम बेटी का हाथ पकड़ का खींच लिया.

उसी दौरान बेटी को ट्रेन के नीचे जाते देख पिता भी बोखलाहट में चलती ट्रेन से कूदने लगे. एक हाथ में बेटी को उठाये मुकेश ने दूसरे हाथ से पिता को पकड़कर सुरक्षित ​बचा लिया. इस घटना की जानकारी के बाद आरपीएफ अधिकारियों ने मुकेश चौधरी की जमकर प्रंशसा की और बहादुरी के लिए सम्मान दिया. इस घटना में बाप बेटी को सुरक्षित बचाने के लिए मुकेश चौधरी को जीवन रक्षक पदक 2020 से सम्मानित किया गया. रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने दिल्ली में अआयोजित कार्यक्रम में मुकेश चौधरी को सम्मानित किया.

इससे पहले भी मुकेश को मिल चुका है बड़ा सम्मान

2015 में धनबाद रेल मण्डल में पोस्टिंग के दौरान तत्कालीन डीआरएम अपने कार्यक्षेत्र निरीक्षण करने निकले थे कि उसी दौरान उपद्रवियों की भारी भीड़ ने डीआरएम को घेर लिया था उस दौरान डीआरएम की सुरक्षा में तैनात मुकेश ने अपनी एक के 47 सर्विश रायफल से 15 राउन्ड फायर कर आक्रोशित भीड़ को तितर बितर किया था. फायरिंग करने के बाद मुकेश चौधरी डीआरएम को सुरक्षित निकाल कर ले आये थे डीआरएम की जान बचाने के लिए तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभू ने मुकेश चौधरी को 1 लाख रुपये नकद एवं वीरता पदक से सम्मानित किया था.

मुकेश चौधरी के सम्मानित होकर सवाईमाधोपुर पहुंचने पर आईपीएफ सन्तोष कुमार एवं उनकी टीम ने जोशीला स्वागत किया और साथी जवानों ने भी मुकेश चौधरी का सम्मानित होने पर बधाई दी.
 

रिपोर्टर-अरविंद सिंह 

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