Rajasthan Crime: इस तरह से 'बावरिया हनी ट्रैप गैंग' लोगों को बनाती थी शिकार, पुलिस ने फिल्मी स्टाइल से जाल बिछाकर आरोपियों को दबोचा
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Rajasthan Crime: इस तरह से 'बावरिया हनी ट्रैप गैंग' लोगों को बनाती थी शिकार, पुलिस ने फिल्मी स्टाइल से जाल बिछाकर आरोपियों को दबोचा

Rajasthan Crime: 'बावरिया हनी ट्रैप गैंग' लोगों को शिकार बनाती थी. पुलिस ने फिल्मी स्टाइल से जाल बिछाकर आरोपियों को दबोच लिया. विस्तार से जानिए पूरा मामला क्या है?

Accused in police custody

Rajasthan Crime: सीकर पुलिस को हनी ट्रैप मामले में बड़ी सफलता मिली है. सदर थाना पुलिस ने मामले का खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि शहर के सांवली सर्किल पर 31 अगस्त को 2 लड़कियों ने लिफ्ट मंगाकर कुछ दूर जाने के बाद गैंग के अन्य अपराधियों के साथ मिलकर पीड़ित से मारपीट की. दूसरी गाड़ी में आरोपियों ने पीड़ित को डाला और कोछोर के रास्ते खंडेला के पास ले जाकर गाड़ी के कागजात और 25 हजार रुपए की लूट की. वारदात का खुलासा पुलिस की टीम ने किया है.

बावरिया हनी ट्रैप गैंग का खुलासा

सदर थाने में पीड़ित की ओर से मुकदमा दर्ज करवाने के बाद पुलिस ने सदर थाना अधिकारी इंद्राज मरोडिया के नेतृत्व में विशेष टीम बनाकर आरोपियों का पीछा किया. पुलिस टीम ने फिल्मी स्टाइल से जाल बिछाकर बोगस ग्राहक भेज कर बावरिया गैंग की 2 महिलाओं सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने वारदात में काम ली गई गाड़ी भी जब्त की है. फिलहाल पुलिस से अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है.

बावरिया हनी ट्रैप गैंग ने दिया लूट की वारदात को अंजाम

पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि मुंडवाड़ा निवासी बरकत अली ने सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई. जिसमें उसने बताया कि 31 अगस्त को शहर के सांवली सर्किल पर उससे 2 लड़कियों ने गाड़ी में बैठने के लिए लिफ्ट मांगी और उसने उन्हें गाड़ी में बैठा लिया. उसके बाद उन्होंने जीण माता जाने के लिए गाड़ी को किराए पर ले लिया. पीड़ित जब गाड़ी लेकर कुछ दूरी पर कुंडलपुर पहुंचा तो महिलाओं की गैंग के 6 अपराधी पहले से वहां मौजूद थे. जिन्होंने पीड़ित को पड़कर मारपीट की और जबरन दूसरी गाड़ी में डालकर को छोड़ के रास्ते खंडेला के पास धर्मपुरा गांव की तलाई में ले गए.

राजस्थान क्राइम न्यूज (Rajasthan Crime News)

पीड़ित ने कहा कि आरोपियों ने पीड़ित की गाड़ी के मूल दस्तावेज और ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य जरूरी छीन लिए. गैंग के आरोपियों ने पीड़ित से 10 लाख रुपए मांगे और नहीं देने पर महिलाओं से अनैतिक कार्य करने के आरोप लगाकर जेल भेजने एवं जान से मारने की धमकी दी. आरोपियों ने पीड़ित को धमकाकर 25 हजार रुपए भी लूट लिए और फरार हो गए.

मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर थाना पुलिस ने विशेष टीम का गठन किया. टीम ने आरोपियों की तलाश में जीणमाता, पलसाना, खाटूश्याम जी, खंडेला, नीमकाथाना एवं जयपुर ग्रामीण में संभावित स्थानों पर तलाश शुरू की.

पुलिस ने किया बावरिया हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश

पुलिस टीम को मुखबिर और मोबाइल के आधार पर 1 अपराधी की पहचान हो गई. गैंग के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम ने फिल्मी स्टाइल से जाल बिछाया और एक पुलिस कॉन्स्टेबल बाबूलाल को बोगस ग्राहक बनाकर आरोपियों को झांसे में लिया. हनी ट्रैप गैंग के अपराधी ने एक महिला को बोगस ग्राहक के मोबाइल नंबर दिए. जिस पर महिला अपराधी ने बोगस ग्राहक कॉन्स्टेबल को खाटू मोड़ पर पलसाना के नजदीक बुलाया. पुलिस टीम ने भी गैंग को झांसे में रखा और गैंग के बारे में सारी जानकारी जुटाई. गैंग की महिला अपराधी को जब यह विश्वास हो गया कि शिकार सही है तो बोगस ग्राहक बने कॉन्स्टेबल के पीछे-पीछे अनुसंधान अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार, भगवानी व महिला कॉन्स्टेबल श्याना, कॉन्स्टेबल अनिल व राजपाल की टीम अपराधियों को पकड़ने के लिए पहुंची.

बोगस ग्राहक ने महिला को खाटू मोड़ पर भीड़भाड़ होने का हवाला देकर पलसाना बाईपास पर मिलने बुलाया. जहां पर एक महिला जींस पैंट पहने मिली जो बोगस ग्राहक की गाड़ी में आकर बैठ गई और खंडेला रोड की ओर ले गई. करीब 1 किलोमीटर दूरी पर ही सुनसान जगह पर एक स्विफ्ट गाड़ी आकर बोगस किराए की गाड़ी के आगे लग गई तथा स्विफ्ट गाड़ी में सवार 3 व्यक्ति वह एक महिला बोगस ग्राहक बने कॉन्स्टेबल को जबरदस्ती गाड़ी से नीचे उतरने का प्रयास करने लगे.

इसी दौरान बोगस ग्राहक बने कॉन्स्टेबल का पीछा कर रही पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर हनी ट्रैप गैंग की दो महिला अपराधियों को दबोच लिया. इसी दौरान गैंग के अन्य अपराधी स्विफ्ट गाड़ी में बैठकर खंडेला की तरफ भागने लगे. जिनका पुलिस टीम ने पीछा किया और करीब 10 किलोमीटर आगे स्विफ्ट गाड़ी का टायर फट गया. इसके बाद अपराधियों ने गाड़ी को सड़क किनारे छोड़ दिया और खेतों में खड़ी फसल में छुपकर फरार हो गए.

पुलिस टीम ने गिरफ्तार 2 महिला ममता वी बबली से पूछताछ की तो आरोपी महिलाओं ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस ने मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने वाले शंकर लाल बावरिया को भी गिरफ्तार कर लिया और तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया.

पुलिस की विशेष टीम ने मुख्य सूचना पर बावरिया गैंग के अन्य वांछित अपराधी रामकरण, कृष्ण उर्फ टमका, गणेश बावरिया व अजीत कुमार को मुखबिर की सूचना पर रिंग्स के जलपरी मोड़ से गिरफ्तार किया. SP भुवन भूषण यादव ने बताया कि बावरिया गैंग के गिरफ्तार सभी आरोपी आपस में रिश्तेदार और परिचित है. जिन्होंने सीकर, नीमकाथाना, जयपुर, कोटपूतली और दौसा में भी इस प्रकार से हनी ट्रैप की वारदातों को अंजाम देकर रुपए वसूले हैं. फिलहाल पुलिस से बावरिया गैंग के अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है.

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