Udaipur: राजस्थान के उदयपुर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक मनीष ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन को लेकर गंभीरता से काम करना शुरू कर दिया है. इसी को लेकर सीईओ मयंक ने ठोस और तरल कचरा प्रबंधन के संबंध में सभी उपखण्ड अधिकारियों को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने पंचायत समिति की सर्वाधिक जनसंख्या वाली ग्राम पंचायतों में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए हैं.


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सीईओ मयंक मनीष ने कहा कि पंचायत समिति की सर्वाधिक जनसंख्या वाली ग्राम पंचायतों में संबंधित उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के संबंध में बैठक आयोजित की जाए. जिसमें प्रधान विकास अधिकारी, तहसीलदार, प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, संबंधित जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य के साथ सरपंच, वार्डपंच, जनप्रतिनिधियो और व्यापार मण्डल, नवयुवक मण्डल एवं गांव के अन्य प्रभावशाली व्यक्तियों को आंमत्रित किया जाए।


इन बिन्दुओं पर होगी चर्चा:


जिला परिषद के सीईओ ने बताया कि बैठक में ग्राम पंचायत क्षेत्र में प्लास्टिक पर प्रतिबंध, ग्राम पंचायत क्षेत्र के बाजारों, औद्योगिक क्षेत्र से कचरा एकत्रित करने एवं व्यापारियों से यूजर चार्ज लगाने, ग्राम पंचायत क्षेत्र से एकत्रित कचरे का संग्रहण एवं निस्तारण के लिए स्थान चिन्हीकरण, ग्राम पंचायत क्षेत्र में माह में 2 बार श्रमदान कर स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने, सामुदायिक शौचालयों के रखरखाव के लिए व्यापारियों से चर्चा के साथ अन्य बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी. सीईओ ने बैठक का आयोजन एक सप्ताह में कर बैठक कार्रवाई विवरण जिला परिषद के स्वच्छ भारत मिशन कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं.


Report- Avinash Jagnawat