चिकित्सा विभाग भले ही इस साल प्रदेश में सक्रिय हुए जीका के काबू करने का दावा कर रहा हो लेकिन पिछले छह सालों से शहर में कहर बरपा रहे डेंगू से निजात नहीं दिला पाया है। हालात यह है कि हर दिन सैंकड़ों डेंगू मरीज सामने आ रहे हैं और मौतें हो रही हैं। शहर में डेंगू से इस साल की पहली मौत रविवार देर रात हुई।महज 10 साल के बच्चे की मौत ने उन सभी विभागों की कार्यप्रणाली को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है जो कि शहर में मच्छर मारने से लेकर बीमारियों को दूर और लोगों का इलाज करने का झूंठा दावा करते हैं। महिला उत्पीडन कोर्ट के जज संजय कुमार गुप्ता के 10 वर्षीय बेटे टीशू को कुछ दिन पहले बुखार हुआ।उन्होंने साकेत हॉस्पिटल में भर्ती कराया और तीन दिन यहां भर्ती रखा गया। तबीयत बिगड़ने पर उसे फोर्टिस हॉस्पिटल रैफर कर दिया गया।