नई दिल्ली: तालिबान (Taliban) का उदय भारत के लिए सुरक्षा के लिहाज से बहुत चिंता की बात है. भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री पीटर डटन (Peter Dutton) से ये बात कही. दरअसल तालिबान की मदद से अफगानिस्तान में बेस बनाकर कई अन्य आतंकी संगठन क्षेत्र में शांति के लिए खतरा बन सकते हैं.


रक्षा मंत्री ने तालिबान पर कही ये बात


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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ये भी कहा कि अफगान क्षेत्र का इस्तेमाल किसी अन्य देश पर हमले या किसी को धमकाने के लिए नहीं होना चाहिए. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहा कि वो सुनिश्चित करे कि अफगानिस्तान पर यूएन सिक्योरिटी काउंसिल रिजॉल्यूशन 2593 लागू हो.


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जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए खतरा है तालिबान


बता दें कि भारतीय डेलिगेशन ने इस बात पर भी चिंता जताई कि तालिबान की बढ़ती ताकत जम्मू-कश्मीर में हालात के लिए खतरा बन सकती है. इस बात की आशंका है कि अफगान की धरती से उठा तालिबानी आतंक का खतरा यहां तक पहुंच सकता है.


बढ़ सकते हैं 9/11 जैसे हमले


इस बीच ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI-5 के प्रमुख केन मैक्कलम ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद फिर से 9/11 जैसा हमला हो सकता है. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से आतंकवादियों का मनोबल बढ़ेगा और इसका मतलब है कि 9/11 जैसे आतंकी हमलों का डर बना हुआ है.


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गौरतलब है कि आज (शनिवार को) 9/11 हमले की 20वीं बरसी है. इस मौके पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक वीडियो संदेश जारी किया है. अपने संदेश में उन्होंने 11 सितंबर के हमले में अपनी जान गंवाने वाले लोगों को याद किया. साथ ही राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लोगों को बचाने के दौरान अपनी जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों और फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को भी श्रद्धांजलि दी.


अपने संदेश में जो बाइडेन ने कहा कि कितना भी समय क्यों न बीत गया हो, लेकिन ये सालगिरह उन दिनों की दर्दभरी यादों को वापस ले आता है, जैसे कि वो खबर अभी कुछ सेकंड पहले ही मिली हो.


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