नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का इमोशनल वीडियो वायरल होने के बाद किसान आंदोलन (Farmers Protest) वापस जोर पकड़ने लगा है. एक बार फिर बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर जमा हो गए हैं और कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच रविवार को सामने आया राकेश टिकैत का नया बयान सुर्खियां बटोर रहा है. 


पहले किसानों की रिहाई, फिर होगी बातचीत


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टिकैत ने कहा कि ये आंदोलन महाभारत की तरह है. इसमें किसानों की जीत होगी. किसान अपनी पगड़ी नीचे नहीं आएगी. सरकार भले ही बातचीत की बात कह रही है. लेकिन जब तक हमारे जेल में बंद लोग रिहा नहीं होते ये बातचीत नहीं होगी. हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की पहल का समर्थन करते हैं. हम पीएम मोदी की बातों का मान और किसान की पगड़ी का भी सम्मान रखना जानते हैं. बातचीत जरूर होगी, लेकिन किसानों भाइयों की रिहाई के बाद.


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पीएम नरेंद्र मोदी ने दिया था बातचीत का प्रस्ताव


उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा के कुछ दिन बाद शनिवार को कहा था कि प्रदर्शनकारी किसानों के लिए उनकी सरकार का प्रस्ताव अब भी बरकरार है और बातचीत में महज एक फोन कॉल की दूरी है. टिकैत ने कहा कि हम प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे. किसान नहीं चाहते कि सरकार या संसद उनके आगे झुके.


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हिंसा मामले में 80 से अधिक लोग जेल में बंद


बताते चलें कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रैक्टर परेड के दौरान कई प्रदर्शनकारी लाल क़िला पहुंच गए थे और वहां अपने धार्मिक झंडे लगा दिए थे. जिसके बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इस मामले में करीब 40 मामले दर्ज किए और 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया. लेकिन अब किसान नेता सभी की रिहाई की मांग कर रहे हैं.


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